ब्‍याज सहित बकाया दे सरकार

महिलाएं अपने विश्वास को पक्का कर लेना चाहती हैं ताकि उनकी मेहनत ज़ाया ना हो।

Publish: Apr 27, 2020, 08:28 AM IST

मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रदेश की गरीब महिलाओं को जीवन शक्ति योजना का तोहफा दिया है। उनका दावा है है इससे घर बैठे आमदनी भी होगी और सेवा का मौका भी मिलेगा। बीते हफ्ते जब वो प्रदेश की बहनों को इसके फायदे बता रहे थे तो होशंगाबाद की पुष्पा कटारे भी खुश हुईं कि कोई उन जैसी बहनों के बारे में सोचता है। मुख्यमंत्री जी की जीवन शक्ति योजना में 1 मास्क की 11 रूपये कीमत है। तब से पुष्पा इस जोड़ घटाव में लगी हैं कि दिन रात करके कितने पैसे कमाए जा सकते हैं। 

वैसे पुष्‍पा रविदास स्‍व सहायता समूह की तरफ से मास्‍क बनाने का काम शुरू भी कर चुकी हैं। लेकिन मुख्यमंत्री जी के दावे पर उन्हें कुछ शंका है। जैसे कि लॉकडाउन है तो कच्चामाल कहां से मिलेगा और वो मास्क तैयार करने के बाद उसे सही जगह तक पहुंचाएंगी कैसे आदि। एक संशय यह भी है कि दो साल पहले का बकाया मिला नहीं तो इस बार दो दिन में भुगतान का वादा कैसे पूरा होगा। 

पुष्पा के स्वसहायता समूह से जुड़ी अन्य महिलाओं के भी ऐसे ही सवाल हैं। उन्हें डर है कि कहीं काम होने के बाद भी वो खाली हाथ ना रहें। ये महिलाएं अपनी मांगों का वीडियो सरकार तक पहुंचाना चाहती हैं। हम समवेत से चर्चा में स्‍व सहायता समूहों की महिलाओं ने कहा कि शिवराज ने पिछली सरकार में भी यूनिफार्म बनवाई थी मगर उसका पैसा 2018 से अब तब बकाया है।

सामाजिक कार्यकर्ता आशीष शर्मा कहते हैं कि कोरोना संकट के समय महिलाओं के लिए अपने खर्च निकालना मुश्किल हो गया है। ऐसे में सरकार 2018 से बकाया राशि महिला स्‍व सहायता समूहों को ब्याज समेत तत्काल प्रदान करें। नई जीवन शक्ति में भी माल खरीद कर तुरंत भुगतान करने की व्‍यवस्‍था करे ताकि पिछली बार की तरह महिलाओं को अपने ही पैसे के लिए भटकना न पड़े। इस योजना में पूरी पारदर्शिता बरतने की आवश्‍यकता है। 

वर्ष 2018 में प्रदेश के सरकारी प्राथमिक और माध्‍यमिक स्‍कूलों के छात्र छात्राओं को दो गणवेश देने के लिए प्र‍ति विद्यार्थी 600 रुपए का आवंटन हुआ था। जिला स्‍तर पर कलेक्‍टर ने समूह का चयन कर उन्‍हें गणवेश बनाने का काम दिया था। नि:शुल्क गणवेश वितरण योजना में समूहों को काम सौंप कर इस योजना को राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन से जोड़ा गया था। मगर इन समूहों को कहीं समय पर कपड़ा सहित अन्‍य माल नहीं मिला और कहीं देर होने पर पैसा नहीं दिया गया। वहीं कई समूहों को गणवेश बनाकर देने के बाद भी भुगतान नहीं हो सका। इन महिलाओं की शिकायत है कि उसके भुगतान का 25 फीसदी पैसा काट लिया गया। तब लगभग 50 लाख छात्रों के लिए गणवेश तैयार करने की योजना थी।

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अब महिलाएं अपने विश्वास को पक्का कर लेना चाहती हैं ताकि उनकी मेहनत ज़ाया ना हो। इस बात का आभास मुख्यमंत्री जी को भी है। वीडियो कांफ्रेसिंग के दौरान उन्होंने सभी महिलाओं से ये सवाल जरूर पूछा कि ये योजना कैसी लगी.. जैसे कि वो भी ये निश्चित कर लेना चाहते हों कि कहीं कोई पुरानी शिकायत ना रह गई हो। 

मुख्‍यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने जीवन शक्ति योजना से जुड़ने के लिए एक फोन नंबर पर रजिस्ट्रेशन कराके महिलाओं को अपना काम शुरू करने की घोषणा कर दी है। इस योजना के तहत सरकार महिलाओं द्वारा बनाए जा रहे मास्‍क खरीदेगी और मास्‍क के पैसे सीधे महिलाओं के खाते में ट्रांसफर होंगे। गौरतलब है कि मप्र के स्व-सहायता समूहों ने पिछले दिनों 56 लाख मास्क, 35 हजार लीटर सैनिटाइजर, 1 लाख साबुन, 4.5 हजार लीटर हैण्ड वॉश तथा 7 हजार पीपीई किट्स बनाए हैं। इस जानकारी के बाद ही मुख्यमंत्री चौहान ने महिला स्‍व सहायता समूहों से सीधी खरीदी की योजना लागू की है।