भारत की हिता से मिल रही ताकत

हमारी जिम्मेदारी है कि हम बुजुर्गों को बताएं कि संकट की इस घड़ी में वे अकेले नहीं हैं।

Publish: Apr 26, 2020, 09:37 AM IST

Hita Gupta
Hita Gupta

कोरोना संकट की इस घड़ी में जहां अधिकांश बच्चे मोबाइल पर कैंडी क्रश या टीवी पर कार्टून देखना पसंद कर रहे हैं, वहीं भारतीय मूल की एक 15 वर्षीय लड़की हिता गुप्ता ने लोगों की मदद करने के लिए एक अनोखी पहल की है। कोविड 19 लॉक डाउन के कारण नर्सिंग होम में अकेले अपना इलाज करा रहे सैकड़ों अमेरिकी लोगों के लिए हिता गिफ्ट पैक और मनोबल बढ़ाने वाले नोट्स भेज रही है, ताकि उनका सम्बल बना रहे।

पेंसिल्वेनिया के कोनस्टोगा हाई स्कूल की कक्षा 10 वी की भारतीय अमेरिकी छात्रा हिता के पास अपना एक एनजीओ ब्राइटनिंग ए डे है, इनदिनों जिसका उपयोग हिता अमेरिका के नर्सिंग होम में वरिष्ठ नागरिकों के बीच प्यार, आशा और खुशी फैलाने के लिए कर रही हैं, ताकि कोविड 19 के चलते लागू प्रतिबंधों से हो रही बोरियत में उन्हें मदद मिल सके।

गिफ्ट पैक में पहेली की बुक, हाथों से लिखे नोट्स, रंग भरने वाली किताब और रंगीन पेंसिल नर्सिंग होम में भर्ती बुजुर्गों और बच्चों के लिए भेजकर हिता उनके जीवन मे उजियारा भरने की कोशिश कर रही हैं।

अपनी इस अनोखी पहल के बारे में पीटीआई से ईमेल के जरिये बातचीत में हिता गुप्ता ने कहा कि अपने प्रियजनों से दूर नर्सिंग होम में अकेले और उदास लोगों के बारे में सोचने पर उन्हें बहुत दुख महसूस हुआ। वैसे भी वरिष्ठ नागरिक काफी एकाकीपन महसूस करते हैं। उनके अकेलेपन को दूर करने की उनकी ये छोटी सी कोशिश है।

हिता ने कहा कि इस अनिश्चित समय में हमारे कई वरिष्ठ नागरिको में घबराहट है, ऐसे में यह हमारी जिम्मेदारी है कि हम उन्हें बताएं कि संकट की इस घड़ी में वे अकेले नहीं हैं।

इस कार्य मे 9 वर्षीय उनके भाई दिवित गुप्ता भी उनकी मदद कर रहे हैं। दिवित बुजुर्गों के लिए इस मुश्किल घड़ी में सम्बल देने वाले नोट्स लिखते हैं। हिता का एनजीओ अमेरिका के 7 अलग अलग राज्यों के 50 अस्पतालों और नर्सिंग होम में 2700 से अधिक बच्चों और बुजुर्गों तक गिफ्ट पहुंचा कर उनमे एक आशा की किरण का संचार कर रहा हैं