Kanpur Encounter Update: पुलिस पर हमला आठ पुलिसकर्मी शहीद

जेसीबी लगाकर रास्ते में रोकी पुलिस गाडि़यां और चलाई गोलियां, सीमाएं सील, बदमाशों की तलाश जारी

Publish: Jul 03, 2020, 09:27 PM IST

कानपुर में कुख्यात हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे को पकड़ने गई देर रात शातिर बदमाशों को पकड़ने गई पुलिस टीम पर ताबड़तोड़ फायरिंग की गई। हमले में बिल्हौर सीओ देवेंद्र कुमार मिश्र, शिवराजपुर एसओ महेश यादव समेत आठ पुलिसकर्मियों की मौत हो गई। चार पुलिसकर्मी गंभीर रूप से घायल हुए हैं। फायरिंग के बाद एसएसपी, तीन एसपी और एक दर्जन से अधिक थानों की पुलिस बदमाशों को खोजने में जुटी है।

यूपी डीजीपी ने बताया कि हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे के खिलाफ धारा 307 के तहत मामला दर्ज था, पुलिस उसे गिरफ्तार करने गई थी। रास्ते में जेसीबी लगाकर पुलिस की गाडि़यां रोकी गईं। जब पुलिसकर्मी नीचे उतरे तो अपराधियों ने गोलियां चला दीं। जवाबी गोलीबारी हुई लेकिन अपराधी ऊंचाई पर थे, इसलिए हमारे 8 पुलिसकर्मी शहीद हो गए।

 

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कानपुर में 8 पुलिसकर्मियों की शहादत पर दुख व्यक्त किया। उन्होंने यूपी के डीजीपी को मामले में सख्त कार्रवाई का निर्देश दिया और मामले की रिपोर्ट मंगाई।

मुठभेड़ में देवेंद्र कुमार मिश्र, सीओ बिल्हौर, महेश यादव, एसओ शिवराजपुर, अनूप कुमार, चौकी इंचार्ज मंधना, नेबूलाल, सब इंस्पेक्टर शिवराजपुर, सुल्तान सिंह कांस्टेबल थाना चौबेपुर, राहुल ,कांस्टेबल बिठूर, जितेंद्र, कांस्टेबल बिठूर, बबलू कांस्टेबल बिठूर की मौत हुई है।

कौन है हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे

कुख्यात हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे वर्ष 2001 में दर्जा प्राप्त राज्यमंत्री संतोष शुक्ला हत्याकांड का मुख्य आरोपी है। वर्ष 2000 में कानपुर के शिवली थानाक्षेत्र स्थित ताराचंद इंटर कॉलेज के सहायक प्रबंधक सिद्धेश्वर पांडेय की हत्या में भी विकास का नाम आया था। कानपुर के शिवली थानाक्षेत्र में ही वर्ष 2000 में रामबाबू यादव की हत्या के मामले में विकास की जेल के भीतर रहकर साजिश रचने का आरोप है। वर्ष 2004 में केबिल व्यवसायी दिनेश दुबे की हत्या के मामले में भी विकास आरोपी है।