‘जब तक सब सुरक्षित नहीं, हम सुरक्षित नहीं’

कोरोना वायरस महामारी से लड़ने के लिए सबसे बड़े जन स्वास्थ्य प्रयास की जरूरत है.

Publish: May 06, 2020, 06:26 AM IST

Customers eat lunch behind plastic shields in Bangkok
Customers eat lunch behind plastic shields in Bangkok

संयुक्त राष्ट्र् के महासचिव एंतोनियो गुतारेस ने कहा कि कोरोना वायरस वैश्विक महामारी पर जीत हासिल करने के लिए इतिहास में अब तक के सबसे बड़े जन स्वास्थ्य प्रयास की जरूरत है क्योंकि यह एक दूसरे से जुड़ी दुनिया है जहां, “जब तक कि सब लोग सुरक्षित न हो जाएं, हममें से कोई सुरक्षित नहीं है.”

उनकी यह टिप्पणी ऐसे वक्त में आई है जब दुनिया भर के नेताओं ने कोविड-19 से लड़ने के लिए अनुसंधान और विकास में समर्थन देने के लिए 7.4 अरब यूरो (करीब 8.2 अरब डॉलर) देने की प्रतिज्ञा की है.करीब 40 देशों के नेता यूरोपीय आयोग द्वारा आयोजित कोविड-19 वैश्विक प्रतिक्रिया अंतरराष्ट्रीय प्रतिज्ञा कार्यक्रम के माध्यम से ‘एसीटी एक्सीलरेटर’ को समर्थन देने के लिए सामने आए हैं.

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टीकों, परीक्षण और उपचार के अनुसंधान एवं विकास के लिए करीब 7.4 अरब यूरो की प्रतिज्ञा की गई है. गुतारेस का इशारा पिछले महीने विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) और कोरोना वायरस को नियंत्रण में लाने के लिए जरूरी वैज्ञानिक खोज को तेज करने के लिए विभिन्न देशों की ओर से शुरू किए गए ऐतिहासिक प्रयास की तरफ था जिसे एसीटी एक्सिलरेटर के तौर पर जाना जा रहा है. उन्होंने योगदान और इस पहल की शुरुआत का स्वागत किया.

संयुक्त राष्ट्र प्रमुख ने कहा कि ये नये उपकरण वैश्विक महामारी को पूरी तरह नियंत्रित करने में विश्व की मदद कर सकते हैं और इन्हें सभी के लिए उपलब्ध किफायती वैश्विक जन सामग्रियों के तौर पर देखा जाना चाहिए.