नई दिल्ली। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने शुक्रवार (17 जुलाई) को वीडियो जारी कर केंद्र सरकार की नीतियों और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को निशाने पर लिया है। राहुल ने इस दौरान मोदी सरकार की आर्थिक नीतियों और विदेश नीति को गलत ठहराते हुए पीएम मोदी को घेरा है। उन्होंने आरोप लगाए हैं कि पीएम मोदी साल 2014 से लगातार गलतियां कर रहे हैं जिसने सैद्धांतिक रूप से भारत को कमजोर किया है जिसकी वजह से आज चीन आक्रामक हुआ है। उन्होंने कहा, 'खोखले शब्द जिओ पॉलिटिक्स की दुनिया में पर्याप्त नहीं हैं।'





 



भारत और चीन मुद्दे पर देशवासियों को संबोधित करते हुए राहुल ने तीन प्रश्नों के माध्यम से दोनों देशों के बीच अलग-अलग पक्षों को समझाया।  



पहला- आखिर चीन ने LAC पर हमला करने के लिए अभी का समय ही क्यों चुना? 



दूसरा- भारत की मौजूदा स्थिति में अभी ऐसा क्या है जिसने चीन कोआक्रामक होने का मौका दिया? 



तीसरा- अभी की परिस्थिति में ऐसा क्या विशेष है जिससे चीन को यह यकीन हो गया कि वह भारत के खिलाफ दुस्साहस कर सकता है? बकौल राहुल इसे समझने के लिए आपको कई पहलुओं पर चर्चा करनी होगी।





पड़ोसी मुल्कों से खराब रिश्ते



राहुल ने इसकी मुख्य वजहों में पड़ोसी मुल्कों से खराब रिश्तों को बताया है। उन्होंने कहा, 'पाकिस्तान को छोड़कर पहले नेपाल, भूटान, श्रीलंका हमारे दोस्त थे और वह भारत के साथ मिलकर काम करते थे और भारत को अपना पार्टनर मानते थे। आज नेपाल हमसे नाराज है वहां के नागरिकों में गुस्सा है। श्रीलंका ने तो चीन को बंदरगाह तक दे दिया। भूटान और मालदीव से भी रिश्ते अच्छे नहीं है।' उन्होंने विश्व के अन्य देशों से भी भारत के रिश्ते खराब होने की बात कही है जिनमें जापान, अमेरिका, रूस और यूरोपीय देश शामिल हैं।



इकॉनमी 50 वर्ष के सबसे बुरे दौर में, चरम पर बेरोजगारी



कांग्रेस नेता ने मौजूदा भारतीय अर्थव्यवस्था को पिछले 50 वर्षों के सबसे बुरे दौर का बताया है। उन्होंने कहा, 'हमारी ऐसी खूबियां थीं, जिनकी चर्चा हम दुनियाभर में करते थे, उन पर गर्व करते थे। अभी इकोनॉमी पिछले 50 साल के सबसे खराब दौर में है। केंद्र सरकार के पास कोई वीजन नहीं है, अर्थव्यवस्था बर्बाद हो गई है। बेरोजगारी पिछले 40-50 साल के मुकाबले सबसे ज्यादा हो गई है। हमारी मजबूती अचानक कमजोरी कैसे बन गई?



हमारी बातें नहीं मानी इसलिए संकट बढ़ा



राहुल ने सरकार पर विपक्ष की बातों को नजरअंदाज करने का आरोप लगाते हुए कहा है कि इस वजह से यह आर्थिक संकट बढ़ी है। उन्होंने कहा, 'हमने सरकार से कई बार कहा कि ध्यान दीजिए। इस बात को समझिए कि हम आए दिन असुरक्षित हो रहे हैं। अर्थव्यवस्था संभालने के लिए पैसे खर्च कीजिए ताकि छोटे व्यापारियों को बचाया जाए लेकिन उन्होंने मना कर दिया। इसलिए आज हमारा देश आर्थिक संकट में है। विदेश नीति खतरे में है। पड़ोसियों से रिश्ते खराब हैं। इसीलिए चीन ने भारत के खिलाफ हिम्मत करने का यह वक्त चुना।'