नई दिल्ली। देश की सबसे बड़ी कार विनिर्माता मारुति सुजूकी इंडिया (एमएसआई) ने कहा कि उसे चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में एकल आधार पर 249.4 करोड़ रुपये का शुद्ध घाटा हुआ। यह पिछले पंद्रह साल में कंपनी को किसी वित्त वर्ष की पहली तिमाही में हुआ सबसे अधिक घाटा है। कारोना वायरस महमारी की रोकथाम के लिए लगाए गए ‘लॉकडाउन’ के चलते कंपनी की बिक्री में भारी कमी आई है। इससे पहले पिछले वित्त वर्ष की इसी तिमाही में कंपनी ने 1,435.5 करोड़ रुपये का लाभ दर्ज किया था।

कंपनी ने कहा कि अप्रैल- जून 2020 तिमाही में उसकी कुल बिक्री 3,677.5 करोड़ रपये रही जो कि एक साल पहले की इसी तिमाही में 18,735.2 करोड़ रुपये रही थी। चालू वित्त वर्ष की इस पहली तिमाही में कंपनी ने कुल 76,599 वाहनों की बिक्री की। इसमें से 67,027 वाहन घरेलू बाजार में बेचे गए, जबकि 9,572 कारों का निर्यात किया गया। वहीं पिछले साल इसी तिमाही की यदि बात की जाए तो कंपनी ने कुल 4,02,594 वाहन बेचे थे।

कंपनी ने कहा, ‘‘वैश्विक महामारी कोविड- 19 के चलते कंपनी के इतिहास की यह अप्रत्याशित तिमाही रही। सरकार द्वारा लागू ‘लॉकडाउन’ का पालन करते हुए इस तिमाही के बड़े हिस्से में कंपनी के कारखानों में ना तो कोई उत्पादन हुआ और ना ही कोई बिक्री हुई।’’

उसने कहा कि मई में मामूली स्तर पर उत्पादन और बिक्री का काम शुरू हो पाया। कंपनी ने कहा कि उसकी पहली प्राथमिकता उसके कर्मचारियों, उसके ग्राहकों सहित समूची मूल्य श्रृंखला में उसके सहयोगियों की स्वास्थ्य, सुरक्षा और बेहतरी है। कंपनी ने कहा है कि पूरी सावधानी के साथ तैयार किए गए सुरक्षा प्रोटोकॉल्स के साथ शुरू हुआ उत्पादन कार्य पूरी तिमाही में मुश्किल से नियमित कामकाज के दो सप्ताह के ही बराबर हो सका। उसके तिमाही परिणाम को इसी संदर्भ में देखा जाना चाहिए।