सर्च इंजन गूगल भारत की रिलायंस इंडस्ट्रीज के जियो प्लेटफॉर्म्स में 7.7 प्रतिशत हिस्सेदारी खरीदेगी। देश के सबसे अमीर पूंजीपति मुकेश अंबानी ने कहा कि इससे जियो प्लेटफॉर्म्स में 33,737 करोड़ रुपये का निवेश होगा। रिलायंस इंडस्ट्रीज के प्रमुख अंबानी ने कंपनी की 43वीं वार्षिक आमसभा को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘जियो प्लेटफॉर्म्स में एक रणनीतिक निवेशक के तौर पर हम गूगल का स्वागत करते हैं। हमने एक पक्का सौदा किया है जिसके तहत जियो प्लेटफॉर्म्स में गूगल 33,737 करोड़ रुपये का निवेश कर के 7.7 प्रतिशत हिस्सेदारी प्राप्त करेगी।’’

उन्होंने कहा कि गूगल के निवेश के साथ ही जियो प्लेटफॉर्म्स के लिए पूंजी जुटाने का वर्तमान अभियान पूरा हो जाएगा। पिछले तीन महीनों से भी कम वक्त में रिलायंस ने 2,12,809 करोड़ रुपये का निवेश जुटाया है। इसमें फेसबुक का जियो प्लेटफॉर्म्स में करीब 10 प्रतिशत हिस्सेदारी खरीदना, ब्रिटेन की बीपी का निवेश और कंपनी का राइट्स इश्यू के माध्यम से 53,124 करोड़ रुपये की पूंजी शामिल है।

अंबानी ने कहा, ‘‘ यह राशि कंपनी के शुद्ध ऋण से अधिक है। वित्त वर्ष 2019-20 की समाप्ति पर कंपनी का शुद्ध ऋण 1,61,035 करोड़ रुपये था। रिलायंस अब सही मायनों में शुद्ध ऋण से मुक्त कंपनी हो गई है, यह उपलब्धि कंपनी ने अपने ऋणमुक्त होने के घोषित लक्ष्य मार्च 2021 से बहुत पहले प्राप्त कर ली है।’’ उन्होंने कहा कि हमारी बही-खाते की मजबूत स्थिति कारोबार के विस्तार की कंपनी की योजनाओं में सहयोग करेंगी। कंपनी अपने कारोबार के तीनों महत्वपूर्ण क्षेत्रों जियो प्लेटफार्म्स, खुदरा कारोबार और तेल-से-रसायन कारोबार पर ध्यान दे रही है।

हाल ही में गूगल के सीईओ सुंदर पिचाई ने कहा था कि कंपनी भारत में 75 हज़ार करोड़ का निवेश करेगी। सुंदर पिचाई ने ‘इंडिया डिजिटाइज फंड’ के तहत यह घोषणा की है। उनकी इस घोषणा को काफी सकारात्मक तौर पर देखा जा रहा था।