नई दिल्ली। कपड़ा व्यापारियों के भारी विरोध के बाद कपड़ों पर होने वाली जीएसटी की वृद्धि को टाल दिया गया है। फिलहाल कपड़ों पर जीएसटी नहीं बढ़ाई जाएगी। रिपोर्ट्स के मुताबिक जीएसटी काउंसिल ने अपनी बैठक में फिलहाल जीएसटी की वृद्धि रोकने का फैसला किया है। 



दरअसल एक जनवरी से टेक्सटाइल और जूतों पर जीएसटी में सात फीसदी की बढ़ोतरी होनी थी। इसे 5 फीसदी से बढ़ाकर बारह फीसदी किया जाना था। जिसका देश भर के कई राज्यों के व्यापारी विरोध कर रहे थे। व्यापारियों के भारी विरोध को देखते हुए शुक्रवार को हुई 46वीं बैठक में जीएसटी काउंसिल ने इसे टालने का फैसला किया है।हालांकि इसको लेकर भविष्य में रोडमैप तैयार किए जाने की भी चर्चा है।



मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ ने कपड़ों पर वृद्धि होने वाली जीएसटी को टालने के फैसला का स्वागत किया है। लेकिन उन्होंने भी इसकी आशंका जाहिर की है कि यह फैसला संभवतः विभिन्न राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव के मद्देनजर लिया गया हो। कमल नाथ ने अपने ट्विटर हैंडल पर कहा कि कपड़े पर जीएसटी की दर को 5% से बढ़ाकर 12% करने के निर्णय को फ़िलहाल स्थगित करने का निर्णय स्वागत योग्य।कपड़ा व्यापारी इस निर्णय का पुरज़ोर ढंग से विरोध कर रहे थे।बस यह निर्णय पाँच राज्यों के आगामी चुनावों को देखते हुए अस्थायी रूप से ना लिया गया हो। 





जीएसटी काउंसिल ने 17 दिसम्बर को हुई बैठक में कपड़ों और फुटवेयर पर जीएसटी को संशोधित करने का फैसला किया था। जिसका कई राज्यों ने विरोध किया था। इस फैसले से टेक्सटाइल व फुटवियर उद्योग को भारी नुकसान होने की आशंका जाहिर की जा रही थी।