ब्यावरा। मध्य प्रदेश में लोकसभा चुनाव को लेकर सियासी सरगर्मियां तेज हैं। तीसरे चरण का चुनाव प्रचार अब अपने अंतिम दौर में है। शुक्रवार को राजस्थान के पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट ने राजगढ़ लोकसभा क्षेत्र में कांग्रेस प्रत्याशी दिग्विजय सिंह के समर्थन में दो जनसभाओं को संबोधित किया। इस दौरान पायलट ने कहा कि सिंह डंके की चोट पर चुनाव जीत रहे हैं।
सचिन पायलट ने खिलचीपुर विधानसभा के जीरापुर और ब्यावरा में जनसभा को संबोधित किया। वे दोपहर करीब एक बजे जीरापुर पहुंचे। इस दौरान सचिन पायलट ने दिग्विजय सिंह की कार की स्टीयरिंग संभाल ली। पायलट मंच पर दिग्विजय सिंह के बाद बोलने आए। उन्होंने ने कहा कि दिग्विजय सिंह बहुत सीनियर आदमी हैं। हमने कहा कि पहले हम बोलेंगे लेकिन पहले ये खुद आए। शीर्ष पदों पर रहने के बाद भी दिग्विजय सिंह एक कर्मठ कार्यकर्ता की तरह काम करते हैं।
सचिन पायलट ने कहा कि बीजेपी ने जो वादे किए थे, उसे नहीं निभाए। ये लोग निर्वाचित मुख्यमंत्रियों को जेल में डाल रहे हैं। देश में भाजपा ने भय का माहौल बना रखा है। सरकार की पूरी ताकत विपक्ष की आवाज को बंद करने में लगी है। केंद्र सरकार ने 10 सालों में अपने वादे पर कोई काम नहीं किया है। ये लोग सिर्फ माहौल बनाते रहे हैं। हमारी सरकार बनेगी तो हर साल महिलाओं को एक लाख रुपए देगी।
जीरापुर के बाद पायलट ब्यावरा पहुंचे। यहां उन्होंने कहा कि राजनीति में दिग्विजय सिंह जैसे ईमानदार नेता विरले होते हैं। आज कोई सरपंच बन जाता है तो घर में टाइल्स लग जाते हैं, चारपहिया वाहन से घूमता है। दिग्विजय सिंह हमेशा शीर्ष के पदों पर रहे लेकिन इनका जीवन बेहद सरल है। एक आम कार्यकर्ता की भांति आज भी काम करते हैं। वे यहां से चुनाव लड़ रहे हैं यह राजगढ़ के लोगों के लिए सौभाग्य की बात है। दिग्विजय सिंह डंके की चोट पर चुनाव जीत रहे हैं। मैं आपलोगों को सचेत करने आया हूं कि आप सभी लोग इस हवन में अपनी आहूति डालो।
पायलट ने कहा कि दिग्विजय सिंह पहले से राज्यसभा सांसद हैं। राजगढ़ का मान सम्मान रखने के लिए वह चुनाव लड़ने आए हैं। वह आपके भरोसे पर चुनाव लड़ रहे हैं। दिग्विजय सिंह को हराने के लिए बीजेपी ने अफनी ताकत झोंक दी, लेकिन दिग्विजय सिंह डंके की चोट पर चुनाव जीत रहे हैं। उन्होंने केंद्र पर निशाना साधते हुए कहा कि दिल्ली में किसानों का दर्द समझने वाला कोई नहीं बैठा है। भाजपा के लोग सिर्फ हिंदू-मुस्लिम और पाकिस्तान की बात करते हैं।