तूफान निसर्ग बहुत तेज़ी से महाराष्ट्र की तरफ बढ़ रहा है। संभावना है कि दोपहर तक ये मुंबई के निकट अलीबाग के तट से टकराएगा। अलीबाग मुंबई से करीब 100 किलोमीटर की दूरी पर है। इस तूफान की गति लगभग 110 किलोमीटर प्रति घंटे बतायी जा रही है। मौसम विभाग के मुताबिक ये दो हफ्ते पहले आए अम्फ़ान के मुकाबले कमज़ोर तूफान है। लेकिन महाराष्ट्र, गुजरात और गोवा में सरकारों ने अलर्ट जारी किया है। महाराष्ट्र की मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने लोगों से अपील की है कि वो दो दिन तक घरों में ही रहें। और जैसे कोविड को लोगों ने हराया है उसी तरह तूफान का भी मुकाबला करेंगे।



मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने प्रधानमंत्री और गृहमंत्री से भी बात की है। राहत और बचाव के लिए राज्य प्रशासन के अलावा NDRF, ARMY, NAVY, AIR FORCE सभी को तैयार रहने के लिए कहा गया है। गृह मंत्रालय ने महाराष्ट्र और गुजरात के लिए तत्काल एनडीआरएफ की 21 टीमों को भेजा है वहीं 10 टीमें आरक्षित हैं जिन्हें हालत बिगड़ने की स्थिति में भेजा जाएगा। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने मुंबई के लोगों से अपील की है कि वो घरों से बाहर ना निकलें  महामारी से बुरी तरह जूझ रहे प्रदेश के सामने अब निसर्ग तूफान से लड़ने की चुनौतियां हैं। इस तूफान का असर गुजरात में भी देखने को मिलेगा। skymet weather के अनुसार अधिकांश मॉडल अब यह सिग्नल देने लगे हैं कि तूफान ‘निसर्ग’ मुंबई के दक्षिण में टकराएगा। जून में मुंबई से टकराने वाला यह सदी का पहला तूफान होगा। 





निसर्ग तूफान को लेकर केंद्रीय गृह मंत्रालय खासा सतर्क है। गृह मंत्री अमित शाह ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे, गुजरात के सीएम विजय रुपाणी, दमन एंड दीव व दादरा नगर हवेली के प्रशासक प्रफुल्ल पटेल से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बातचीत कर हालातों का जायजा लिया व किसी भी स्थिति से निपटने के लिए हरसंभव मदद करने का भरोसा दिया है। उन्होंने स्थिति से निपटने के लिए जरूरी संसाधनों का विस्तृत ब्यौरा भी मांगा है। महाराष्ट्र में खतरे को देखते हुए सीएम ठाकरे ने राज्य सरकार व डिजास्टर मैनेजमेंट के अधिकारियों से हाई-लेवल मीटिंग की है जिसमें महाराष्ट्र के कई जिलों में अलर्ट जारी किया है। उन्होंने जिलाधिकारियों को बिजली सुविधाओं को चालू रखने के निर्देश दिए हैं। ज्ञात हो कि राज्य के सैंकड़ों अस्पतालों में हजारों कोरोना संक्रमित मरीज भर्ती हैं ऐसे में बिजली के जाने से उनके इलाज पर असर पड़ सकता है।



केंद्रीय गृह मंत्रालय के आधिकारिक बयान के मुताबिक महाराष्ट्र, गुजरात, दमन एंड दीव और दादरा नगर हवेली में कुल 31 एनडीआरएफ के टीमों को तैनात किया गया है। एनडीआरएफ के डीजी एसएन प्रधान ने इसे एक खतरनाक तूफान बताते हुए कहा है कि हमें 90-100 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से हवाएं चलने का अनुमान है। इस स्थिति को संभाला जा सकता है लेकिन एहतियात के तौर पर हम तटीय इलाकों से लोगों को निकालना शुरू कर दिए हैं।



मौसम विभाग ने बताया है कि कम दबाव वाला क्षेत्र अरब सागर और लक्ष्यद्वीप के दक्षिण पूर्व और पूर्व मध्य इलाके में बना है। फिलहाल यह तूफान गोवा से 330 किमी दक्षिण पश्चिम, मुंबई से 570 किमी दक्षिण-दक्षिण पश्चिम और गुजरात के सूरत से 800 किमी दक्षिण पश्चिम की दूरी पर है। बताया जा रहा है कि बुधवार शाम या रात तक यह तूफान गुजरात और महाराष्ट्र के तटों से टकराएगी जिसके बाद तटों पर 12 से 16 फ़ीट तक ऊंची लहरें उठ सकती है। मौसम विभाग ने दोनों राज्यों में भारी बारिश की चेतावनी दी है। फिलहाल मछुआरों को समुद्र में जाने से रोका गया है।