पहले आओ, पहले पाओ के आधार पर भारत सरकार ने हाइड्रोक्सी क्लोरोक्विन दवा पाने वाले देशों की पहले सूची को मंजूरी दे दी है। अमेरिका और ब्राज़ील समेत इसमें 13 देशों के नाम शामिल हैं। गौरतलब है कि कोविड 19 के उपचार और रोकथाम में इस दवा को कुछ विशेषज्ञ कारगर मान रहे हैं।

विदेश मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी दामू रवि ने मीडिया को बताया कि इस दवा की वैश्विक मांग को देखते हुए सरकार को इसके निर्यात की अनुमति देनी पड़ी। उन्होंने बताया कि करीब 35 फीसदी हाइड्रोक्सी क्लोरोक्विन की गोलियां निर्यात की जा रही हैं और इस दवा को बनाने में इस्तेमाल होने वाले 65 फीसदी से अधिक सक्रिय फार्मासूटिकल अवयव अमेरिका भेजे जाएंगे। गौरतलब है कि इस समय अमेरिका में कोरोना संक्रमण की चपेट में लाखों लोग हैं। अमेरिका, ब्राज़ील, बहरीन, मॉरीशस,सेशल्स, डोमिनिक गणराज्य, जर्मनी, स्पेन, नेपाल,भूटान, बांग्लादेश, मालदीव, अफगानिस्तान पहली सूची में शामिल हैं।अधिकारी ने बताया कि पहली सूची के बाद दूसरी और तीसरी सूची पर भी काम शुरू हो गया है। इससे पहले गत रविवार को अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने धमकी दी थी कि अगर भारत ने हाइड्रोक्सी क्लोरोक्विन दवा पर से निर्यात प्रतिबंध नहीं हटाया तो वह जवाबी कार्रवाई करेगा।