संयुक्त राष्ट्र संघ के महासचिव एंटनियो गुटेरेस ने कहा है कि कोविड 19 से उत्पन्न संकट की ये घड़ी संयुक्त राष्ट्र के गठन के बाद से सबसे कठिन समय है। जिसका हम सब मिलकर सामना कर रहे हैं। कोरोना वायरस से पैदा हुई ये महामारी पिछले 75 वर्षों में सबसे मुश्किल घड़ी है। कोरोना से दुनिया में हर किसी को खतरा है। अर्थव्यवस्था इसके कारण प्रभावित हो रही है जिससे मंदी आएगी। जिसकी वजह से अस्थिरता, अशांति और संघर्ष बढ़ रहा है। हम सभी को इससे निपटना है और यह तभी संभव हो पाएगा, जब सभी देश राजनीति भूलकर एक साथ आएंगे। सभी को समझना होगा कि इस महामारी से मानवता को खतरा है। 

कोरोना के सामाजिक आर्थिक प्रभाव पर आई एक नई रिपोर्ट में गुटेरेस ने कहा है कि संकट के इस समय मे पूरे विश्व की ये जिम्मेदारी है कि वैश्विक जीडीपी का 10 फीसदी हेल्थ केअर पर खर्च किया जाए जिससे कि इस वैश्विक संकट से प्रभावित लोगों को निकाला जा सके। उन्होंने कोरोना के अफ्रीकी देशों में भी फैलने पर गहरी चिंता जताई है। साथ ही विकसित देशों को विकासशील देशों की मदद करने को कहा है ताकि उनके स्वास्थ्य क्षेत्र को सहारा दिया जा सके और वायरस को इन देशों में फैलने से रोका जा सके। गुटेरेस ने कहा है कि अगर विकसित देश मदद के लिए आगे नहीं आते हैं तो विकासशील देशों में ये महामारी जंगल की आग की तरह फैल सकती है और लाखों लोगों की जान ले सकती है।