इंदौर। इनदिनों युवाओं में आत्महत्या की प्रवृत्ति तेजी से बढ़ती जा रही है। युवा अपनी परेशानियां किसी से शेयर नहीं करते और मौत को गले लगा रहे हैं। इंदौर के नगीन नगर निवासी एक BBA छात्र ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। गुरुवार सुबह छात्र का शव उसके कमरे में मिला है। सुबह जब वह सोकर नहीं उठा तो परिजन उसे जगाने गए। बेटे को फांसी पर लटके देख घरवालों के पैरों तले जमीन खिसक गई। 

21 साल के युवक का नाम आकाश बडिया था, वह महाराजा रणजीत सिंह कॉलेज से BBA कर रहा था, वह फर्स्ट ईयर में पढ़ता था। उसने अपने मोबाइल में स्टेटस में तेजाजी नगर थाने के SI विकास शर्मा और चंदन नगर थाने के TI दिलीप पुरी को अपनी मौत का जिम्मेदार बताया है। उसने लिखा है कि वह उनकी वजह से आत्महत्या करने को मजबूर हुआ है। सुसाइड नोट में विकास ने लिखा है कि काफी दिनों से पुलिसकर्मी एक युवती को लेकर उसे तंग कर रहे थे। अब यह सब उसकी सहनशक्ति से बाहर हो रहा है। सुसाइड नोट में किस युवती का जिक्र था, इसका खुलासा  पुलिस ने नहीं किया है।

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 इंदौर की एरोड्रम पुलिस ने केस दर्ज कर लिया है। सुसाइड नोट के आधार पर चंदन नगर थाने के दोनों पुलिसकर्मियों की भूमिका की जांच की जा रही है। पुलिस ने परिवार और मृतक के दोस्तों के बयान दर्ज कर लिए हैं। मृतक विकास के मोबाइल की जांच की जा रही है। पुलिस को उम्मीद है कि मोबाइल की कॉल डिटेल से कई राज खुल सकते हैं। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है।

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पिछले महीने इंदौर के भंवरकुआं थाना इलाके में एक फैशन डिजाइनर युवती ने अपनी मां की बीमारी से तंग आकर जान दे दीथी। वहीं अन्नपूर्णा थाना इलाके में 11वीं की एक छात्रा ने केमेस्ट्री का पेपर बिगड़ने से दुखी होकर अपने घर में फांसी लगा ली थी। उसने मरने से पहले सुसाइड का पेनलेस तरीका इंटनेट पर सर्च किया था।