मंदसौर। मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री व राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह गुरुवार को एकदिवसीय दौरे पर मंदसौर पहुंचे। उन्होंने यहां पशुपतिनाथ मंदिर से सटी शिवना नदी में चल रहे शुद्धिकरण अभियान में हिस्सा लिया। सिंह ने ग्रामीणों के साथ मिलकर डेढ़ घंटे तक श्रमदान की। इसके बाद उन्होंने अष्टमुखी भगवान पशुपतिनाथ के दर्शन किए।

दिग्विजय सिंह पशुपतिनाथ मंदिर के किनारे बहने वाली शिवना नदी में फैली जलकुंभी को हटाने के लिए चल रहे अभियान में श्रमदान करने पहुंचे थे। उन्होंने स्थानीय लोगों के इस पुनीत काम की सराहना भी की। कांग्रेस द्वारा चलाए जा रहे शिवना शुद्धिकरण अभियान में श्रमदान करने के अलावा सिंह ने महाराणा प्रताप जयंती के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में भी सहभागिता की।

समारोह को संबोधित करते हुए दिग्विजय सिंह ने महाराणा प्रताप के बलिदान और संघर्षों को नमन किया। सिंह ने इस दौरान कहा कि राजपूत समाज ने देश को बलिदान दिया है और अपनी वीरता से राज और परंपराएं स्थापित की हैं। उन्होंने कहा कि राजनीतिक विचारधारा अलग हो सकती है, लेकिन समाज की सेवा के लिए सभी एकजुट हैं।

पूर्व मुख्यमंत्री ने कार्यक्रमों में महिलाओं की सहभागिता पर भी जोर दिया। मीडिया से चर्चा के दौरान दिग्विजय सिंह ने कहा कि कार्यक्रम अच्छा रहा, लेकिन मंच पर एक भी महिला की उपस्थिति नहीं थी। उन्होंने आश्वासन दिया कि अगली बार जब वे यहां आएंगे, तो मंच पर महिलाएं विराजमान होंगी और पुरुष नीचे बैठेंगे। उन्होंने लोगों से शराब का सेवन छोड़ने की भी अपील की।

कार्यक्रम के बाद दिग्विजय सिंह संजीत ब्लॉक अध्यक्ष ईश्वर धाकड़ के गांव खेड़ा पहुंचे, जहां उन्होंने कार्यकर्ता सम्मेलन को संबोधित किया। श्रमदान कार्यक्रम में मंदसौर विधायक विपिन जैन, नीमच जिला कांग्रेस अध्यक्ष अनिल चौरसिया, सोमिल नाहटा, जाहिर पठान, तरुण बाहेती, राघवेंद्र सिंह तोमर सहित अन्य कांग्रेसजन और आमजन शामिल हुए।