भोपाल। चेकपोस्टों पर रिश्वत की मांग और लॉकडाउन के लिए टैक्स रियायत की माँग पर तीन दिन हड़ताल कर चुके ट्रक ऑपरेटर्स ने अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने की धमकी दी है। प्रदेश के परिवहन मंत्री गोविन्द सिंह राजपूत ने ट्रक ऑपरेटर्स को उनकी मांगों पर चर्चा के लिये भोपाल में मिलने का समय नहीं दिया बल्कि अपने निवास स्थान सागर बुलाया है। कांग्रेस ने तंज किया है कि मुख्यमंत्री कह रहे हैं कि मंत्री भोपाल में रह कर जनता की समस्याएँ सुने। मंत्री को जनता के पास आना चाहिए। मगर मंत्री गोविन्द सिंह राजपूत के पास भोपाल आने का वक्त नहीं है। 



मध्यप्रदेश में ट्रक ऑपरेटर्स की तीन दिवसीय हड़ताल गुरुवार को खत्म हो गई है। इस हड़ताल से सरकार को रोजाना करीब 450 करोड़ रुपए का नुकसान हुआ है। प्रदेश के सात लाख ट्रक और दूसरे कमर्शियल माल परिवहन वाहन सोमवार से तीन दिन की हड़ताल पर थे। ट्रक ऑपरेटर्स ने परिवहन विभाग की चौकियों में भ्रष्टाचार, राज्य में डीजल पर सबसे ज्यादा वैट समेत कई मांगों को लेकर काम बंद किया था। ट्रक ऑपरेटर्स का कहना है कि अगर उनकी मांगें नहीं मानी गई तो वे अनिश्चित कालीन हड़ताल पर चले जाएंगे।



इसके बाद प्रदेश के परिवहन मंत्री गोविन्द सिंह राजपूत ने ट्रक ऑपरेटर्स को उनकी मांगों पर चर्चा के लिये सागर बुलाया है। सागर में मंत्री और ट्रक ऑपरेटर्स की मुलाकात को लेकर कांग्रेस ने चुटकी ली है। कांग्रेस प्रवक्ता नरेंद्र सलूजा ने अपने ट्वीट में कहा है कि ‘मंत्री भोपाल तक नहीं आये क्योंकि मंत्री चुनाव में व्यस्त हैं? कांग्रेस प्रवक्ता ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए लिखा है कि प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान कैबिनेट में भले कितनी बार कहें कि उनके मंत्री नियमित रूप से भोपाल बैठें, जनता से मुलाकात करें। लेकिन मंत्रियों पर कोई असर नहीं पड़ रहा है।





गौरतलब है की ट्रक ऑपरेटर्स की हड़ताल से  सरकार को रोजाना करीब 450 करोड़ के राजस्व का नुकसान हुआ है। तीन दिन में सरकार को 1,350 करोड़ रुपए की हानि हुई है। वहीं ट्रक ऑपरेटर्स ने अनिश्चितकालीन हड़ताल की धमकी दी है। अब देखना होगा की सागर में परिवहन मंत्री और ट्रक ऑपरेटर्स की बैठक में किस बात पर सहमति बनती है।