ग्वालियर। मध्यप्रदेश के ग्वालियर स्थित सोन चिरैया अभयारण्य क्षेत्र में वन विभाग की टीम पर फायरिंग की घटना सामने आई है। बताया जा रहा है कि पत्थरों का अवैध उत्खनन रोकने पहुंची सर्चिंग टीम पर पत्थर माफियाओं ने अंधाधुंध गोलियां चलाई है। इस दौरान वनकर्मी किसी तरह जान बचाकर वहां से भागे। वन कर्मियों ने तिघरा थाने पहुंचकर अज्ञात अपराधियों के खिलाफ गोली चलाने की शिकायत की है।

मामले में तिघरा वन चौकी प्रभारी सुनील जेवियर ने पुलिस को बताया कि मंगलवार शाम उनको सूचना मिली थी कि जंगल में लखनपुरा के पास पत्थर का अवैध उत्खनन हो रहा है। उत्खनन को रोकने के लिए सुनील अन्य वन रक्षक जयप्रकाश तिवारी, वन रक्षक अजय शर्मा, बजेश कुमार, वीरेन्द्र त्रिपाठी, अरविन्द भदौरिया, स्थायी कर्मी रामगोपाल गुर्जर, पोशाकी तिवारी के साथ लखनपुरा पहुंचे। यहां पर उन्हें एक ट्रैक्टर आता दिखा, जिसमें फर्सी भरी हुई थी। ट्रैक्टर को देखते ही वन कर्मियों ने घेराबंदी कर दी। वन अमले को देख फर्सी से भरे ट्रैक्टर पर चालक के साथ बैठे दो युवकों ने कट्टे निकाल लिए। वनकर्मी कुछ समझ पाते उससे पहले ही बदमाशों ने फायरिंग शुरू कर दी। 

गोलीबारी के दौरान वन कर्मियों ने किसी तरह छिपकर अपनी जान बचाई। इस दौरान ट्रैक्टर-ट्रॉली लेकर बदमाश वहां से फरार हो गए। वन विभाग की टीम ने उनका पीछा भी किया लेकिन माफियाओं की दूसरे दल ने उन्हें चौतरफा घेर लिया। इसके बाद वह करीब 20 मिनट तक वनकर्मियों पर गोलियां चलाते रहे। इस दौरान वनकर्मी किसी तरह अपनी जान बचाकर वहां से भागे। यहां से वन विभाग की टीम तिघरा थाना पहुंची और घटना की जानकारी दी। वनकर्मियों से सूचना पाकर पुलिस जबतक जंगल पहुंची माफिया वहां से फरार हो चुके थे।

गौरतलब है कि यह पहला मामला नहीं है जब ग्वालियर-चंबल अंचल में माफियाओं ने सरकारी कर्मचारियों के ऊपर हमला किया हो। ग्वालियर-चंबल क्षेत्र में आए दिन भू-माफिया, रेत माफिया, पत्थर माफिया व अवैध उत्खनन करने वाले माफियाओं द्वारा पुलिस और वन विभाग के कर्मचारियों के ऊपर गोलीबारी की घटना सामने आती रहती है। चार दिन पहले ही घाटीगांव में पत्थर माफियाओं ने वनकर्मियों को घेरकर गोलीबारी की थी। इसके पहले पुरानी छावनी में रेत माफिया ने पुरानी छावनी टीआई सुधीर सिंह पर ट्रैक्टर चढ़ाकर कुचलने का प्रयास किया था। इतना ही नहीं दतिया में तो बेखौफ माफियाओं ने एक जवान को गोली भी मार दी थी।