भोपाल। अक्टूबर महीने में प्रदेश में कोरोना के 300 से अधिक मामले दर्ज किए गए। प्रदेश के कुल 24 ज़िलों में कोरोना के 317 मरीज़ सामने आए। संक्रमित पाए गए मरीज़ों में सबसे अधिक संख्या राजधानी भोपाल की थी। इसके बाद इंदौर और धार में कोरोना के सबसे अधिक मरीज़ संक्रमित पाए गए।  

अक्टूबर महीने में भोपाल में कोरोना के 125 मरीज़ सामने आए। जबकि इंदौर में 78 मरीज़ संक्रमित मिले। इसके साथ ही धार में 23 मरीज़ सामने आए हैं। इसके बाद सागर में कोरोना के 15 मरीज़ मिले हैं। जबलपुर में संक्रमित हुए लोगों का आंकड़ा 13 है। जबकि होशंगाबाद और नरसिंहपुर  हालांकि इसी महीने कुल 202 मरीज़ों ने कोरोना को मात भी दी है। 

शनिवार को ही प्रदेश भर में कोरोना के 16 नए मामले सामने आए हैं। इसमें सबसे ज़्यादा मामले इंदौर में सामने आए हैं। इंदौर में आठ लोग वायरस की चपेट में आए हैं। वहीं भोपाल और बालाघाट में कोरोना के दो-दो मरीज़ कोरोना से संक्रमित पाए गए हैं। सागर और धार में कोरोना का एक-एक मामला सामने आया है। 

प्रदेश भर में इस समय कोरोना के कुल 115 एक्टिव केस हैं। जिसमें अकेले राजधानी भोपाल में कोरोना के 43 एक्टिव केस हैं। त्योहारों का सीज़न होने के कारण संक्रमण के फैलाव की आशंका बढ़ गई है।  

मध्य प्रदेश में अब तक 7 लाख 92 हज़ार 844 लोग कोराना से संक्रमित हो चुके हैं। सरकारी आंकड़ों के मुताबिक अब तक दस हज़ार 524 लोग कोरोना के कारण जान गंवा चुके हैं। हालांकि प्रदेश में कोरोना मृतकों के आंकड़े को लेकर कांग्रेस पार्टी लगातार ही शिवराज सरकार पर सवाल खड़े करती रही है। कांग्रेस पार्टी का दावा है कि प्रदेश में कोरोना मृतकों की वास्तविक संख्या सरकारी आंकड़ों के मुकाबले कहीं अधिक है। लेकिन शिवराज सरकार लगातार ही इस दावे को खारिज करती रही है।