नई दिल्ली/भोपाल। मध्य प्रदेश के नीमच रतलाम रेलवे लाइन के दोहरीकरण की मंज़ूरी मिल गई है। बुधवार को मोदी कैबिनेट की बैठक में इस परियोजना को हरि झंडी दे दी गई। अगले चार सालों में रेलवे लाइन के दोहरीकरण का काम पूरा कर लिया जाएगा।  

केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने इस बारे में जानकारी दी। अुनराग ठाकुर ने बताया कि करीब एक हज़ार 95 करोड़ की लागत से इस परियोजना को पूरा कर लिया जाएगा। केंद्रीय मंत्री ने बताया कि इस परियोजना को अंतिम रूप देने में करीब चार साल का समय लगेगा। मार्च 2025 आते-आते यह परियोजना अपने अस्तित्व में आ जाएगी। तीन अलग-अलग चरणों में इस परियोजना पर काम किया जाएगा। 

नीमच रतलाम रेलवे लाइन इस समय सिंगल लाइन है। 133 किलोमीटर लंबी सिंगल लाइन होने के कारण इस रूट पर करीब 150 प्रतिशत अधिक भार है। रेलवे लाइन की डबलिंग के कारण इस रूट पर दौड़ने वाली सभी यात्री ट्रेनों और माल गाड़ियों को फायदा होगा। साथ ही ट्रेन में होने वाली लेट लतीफी से भी यात्रियों को छुटकारा मिल पाएगा। हालांकि इसके लिए अभी भी कम से कम चार सालों का इंतज़ार करना पड़ेगा।  

बुधवार को मोदी कैबिनेट ने गुजरात के राजकोट-कनालुस सिंगल लाइन का भी दोहरीकरण किए जाने की मंज़ूरी दी है। यह करीब 111 किलोमीटर लंबा रूट है। इसे करीब एक हज़ार 80 करोड़ की लागत से पूरा किया जाएगा।