मुंबई। बॉलीवुड सुपरस्टार शाहरुख खान के बेटे आर्यन खान को एनसीबी द्वारा क्लीन चिट मिलती दिखाई दे रही है। एनसीबी द्वारा गठित एसआईटी को ड्रग्स केस में आर्यन खान के खिलाफ कोई सबूत नहीं मिले है। इसके साथ ही एसआईटी ने इस पूरे मामले में रेड करने वाली एनसीबी की टीम और उसकी कार्यशैली को भी अनुचित पाया है। 

आर्यन खान केस मामले में गठित एसआईटी की टीम ने अपनी जांच के बारे में अंग्रेजी के एक प्रमुख अखबार को बताया है कि अब तक हुई जांच में ऐसा कोई भी सबूत नहीं मिला है, जिससे यह साबित हो कि आर्यन खान किसी ड्रग्स रैकेट का हिस्सा हैं। इसके साथ ही एसआईटी ने कॉर्डेलिया क्रूज पर रेड करने गई टीम की मंशा पर भी सवाल खड़े किए हैं। 

एसआईटी के मुताबिक कॉर्डेलिया क्रूज पर रेड करने गई टीम ने अपनी छापेमारी की वीडियो रिकॉर्डिंग नहीं की, जो कि जांच मैनुअल से एकदम विपरीत है। इसके साथ ही एसआईटी ने आर्यन खान के फोन को जब्त करने को भी अनुचित ठहराया है। एसआईटी के मुताबिक आर्यन खान की चैट्स से इस बात के जरा भी सबूत नहीं मिलते कि उनके संबंध ड्रग्स माफिया से जुड़े हैं। 

हालांकि इस मामले में अभी तक एसआईटी की जांच अभी पूरी नहीं हुई है। एसआईटी को एनसीबी के महानिदेशक एसएन प्रधान को अपनी अंतिम रिपोर्ट सौंपने में अभी कुछ महीनों का वक्त लगेगा। 

आर्यन खान को पिछले वर्ष अक्टूबर महीने में क्रूज पर हुई छापेमारी के दौरान एनसीबी ने अपनी हिरासत में लिया था। एनसीबी का यह दावा था कि आर्यन खान के तार अंतर्राष्ट्रीय ड्रग्स माफिया से जुड़े हुए हैं। हालांकि एनसीबी ऐसा कोई सबूत कोर्ट के समक्ष पेश नहीं कर पाई। 

दूसरी तरफ जल्द ही एनसीबी के तत्कालीन जोनल अधिकारी समीर वानखेड़े की मंशा पर सवाल खड़े होने लगे। इस मामले में उगाही की साजिश भी जल्द ही उजागर हो गई। एनसीबी की टीम खुद आरोपों के घेरे में आ गई। इसके बाद एनसीबी की दिल्ली टीम ने समीर वानखेड़े को इस मामले की जांच से हटा दिया और मामले में जांच करने के लिए एनसीबी ने अपनी एसआईटी गठित की। इसी एसआईटी ने अब अपनी जांच में यह पाया है कि आर्यन खान को एक सुनियोजित साजिश के तहत फंसाया गया।