नई दिल्ली। 18वीं लोकसभा का पहला सत्र शुरू हो गया है। सबसे पहले सदन में राष्ट्रगान हुआ, उसके बाद पिछले सदन के दिवंगत सदस्यों को श्रद्धांजलि दी गई। इसके बाद सांसद शपथ ले रहे हैं। इससे पहले पीएम मोदी ने सबको साथ लेकर चलने की बात कही।
पीएम मोदी ने कहा कि ये गौरव और वैभव का दिन है। आजादी के बाद पहली बार, नव निर्वाचित सांसदों का शपथ ग्रहण नए संसद भवन में हो रहा है। आज के इस महत्वपूर्ण दिवस पर मैं सभी नवनिर्वाचित सांसदों का हृदय से स्वागत करता हूं, सबका अभिनंदन करता हूं और सबको अनेक-अनेक शुभकामनाएं देता हूं।
इसके साथ ही उन्होंने कहा कि हम सबको साथ लेकर चलना चाहते हैं। देश चलाने के लिए सहमति जरूरी है। तीसरी बार देश की जनता ने हमें चुना है। हमारी नीयत, नीतियों पर मुहर लगाई है। मैं आप सभी के समर्थन और भरोसे के लिए आभारी हूं। सरकार चलाने के लिए बहुमत ज़रूरी है, लेकिन देश चलाने के लिए आम सहमति ज़रूरी है।
पीएम मोदी ने आगे कहा, 'श्रेष्ठ भारत, विकसित भारत, बनाने के संकल्प के साथ आज 18वीं लोकसभा की शुरुआत हो रही है। संसद का ये गठन भारत के सामान्य मानवी के संकल्पों की पूर्ति का है। नए उमंग, नए उत्साह के साथ नई गति, नई ऊंचाई प्राप्त करने का ये अवसर है। 2047 तक विकसित भारत के निर्माण का लक्ष्य लेकर आज 18वीं लोकसभा का प्रारंभ हो रहा है। विश्व का सबसे बड़ा चुनाव बहुत ही शानदार तरीके से, बहुत ही गौरवमय तरीके से संपन्न होना, ये हर भारतीय के लिए गर्व की बात है। करीब 65 करोड़ से अधिक मतदाताओं ने मतदान में हिस्सा लिया।'