मुंबई। मनी लॉन्ड्रिंग मामले में ईडी द्वारा गिरफ्तार किये गये एनसीपी नेता नवाब मलिक ने कोर्ट के समक्ष बड़ा खुलासा किया है। नवाब मलिक ने कोर्ट को बताया है कि ईडी ने उनसे जबरन हस्ताक्षर कराये हैं। वहीं नवाब मलिक की गिरफ्तारी के बाद महाराष्ट्र सीएम उद्धव ठाकरे ने एनसीपी सुप्रीमो शरद पवार के साथ इमरजेंसी मीटिंग बुलाई है।  
 

नवाब मलिक ने पीएमलए कोर्ट को पेशी के दौरान बताया कि ईडी ने उनसे समन पर जबरन हस्ताक्षर करवाये हैं। एनसीपी नेता ने कहा कि उन्हें पूर्व में किसी तरह का समन नहीं भेजा गया, जबकि ईडी को पहले उन्हें समन भेजना चाहिये था। ईडी ने नवाब मलिक को डी कंपनी से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में गिरफ्तार किया है।

वहीं नवाब मलिक की गिरफ्तारी मामले में महाराष्ट्र सरकार भी एक्टिव मोड में आ गयी है। राज्य के सीएम उद्धव ठाकरे ने एनसीपी सुप्रीमो शरद पवार के साथ एक आपातकालीन मीटिंग बुलाई है। 

नवाब मलिक को आज दोपहर लंबी पूछताछ के बाद ईडी ने गिरफ्तार किया है। ईडी ने सुबह सुबह नवाब मलिक के कुर्ला स्थित घर पर छापेमारी की थी। एनसीपी नेता से उनके घर पर ही काफी देर पूछताछ करने के बाद ईडी उन्हें अपने साथ दफ्तर ले आयी। काफी देर की पूछताछ के बाद ईडी ने एनसीपी नेता को गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तारी के बाद नवाब मलिक को मेडिकल जाँच के लिये ले जाया गया। मेडिकल जाँच होने के बाद एनसीपी नेता को पीएमएलए कोर्ट में पेश किया गया है।

नवाब मलिक की गिरफ्तारी के बाद शिवसेना नेता संजय राउत ने बीजेपी पर बड़ा हमला बोला है। संजय राउत ने कहा है कि सभी को जांच करने का हक है। लेकिन यह बात मन में बैठा लेनी चाहिये कि 2024 के बाद जांच करने वाले लोगों की जांच होगी।