गुवाहाटी। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने गुवाहाटी स्थित कामाख्या देवी के मंदिर में पूजा अर्चना के साथ आज से दो दिवसीय असम दौरे की शुरुआत की। असम यात्रा के दौरान प्रियंका का एक अलग ही अंदाज़ उस वक्त देखने को तब मिला जब वे किशोरियों के साथ थिरकती नजर आईं। प्रियंका गांधी यहां लाल पोशाक में नजर आईं। यह रंग शक्ति का प्रतीक भी माना जाता है। 



प्रियंका सबसे पहले जलुकबारी इलाके में रुकी, जहां कांग्रेस समर्थकों ने उनका स्वागत किया। इसके बाद वे नीलाचल हिल्स स्थित शक्ति पीठ के लिए रवाना हो गईं। वहां उन्होंने शक्ति की प्रतीक माता कामाख्या का दर्शन किया। कांग्रेस नेता ने कहा कि वे काफी समय से इस मंदिर में आना चाहती थीं और ‘उनकी यह इच्छा पूरी हो गई।’ उन्होंने कहा, ‘मैंने अपने, अपने परिवार और सबसे अधिक असम के लोगों लिए प्रार्थना की। मैं भगवान का शुक्रिया अदा करने और उनका आशीर्वाद लेने मंदिर आई हूं, जिन्होंने मुझे बहुत कुछ दिया है।' राज्य में आगामी चुनाव के बारे में पूछने पर उन्होंने कहा कि राजनीति के बारे में बाद में बात करेंगे। 





मंदिर दर्शन के बाद प्रियंका लखीमपुर पहुंचीं, जहां एयरपोर्ट पर बिहू डांस के साथ उनका स्वागत किया गया। इसके बाद उन्होंने परंपरागत झूमर डांस में हिस्सा लिया। वे किशोरियों के साथ थिरकती नजर आईं। कांग्रेस पार्टी ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से प्रियंका के डांस का वीडियो शेयर किया है। मीडिया और सुरक्षाकर्मियों के अलावा बड़ी संख्‍या में भीड़ से घिरीं प्रियंका को इस करीब एक मिनट के वीडियो में ढाल की थाप पर डांस करते हुए देखा जा सकता है। 





प्रियंका ने लड़कियों के घेरे में शामिल होकर डांस किया। इस दौरान प्रियंका ने बैगनी कलर की साड़ी पहनी थी और गले में असम का परंपरागत स्कार्फ़ डाला था। प्रियंका ने लखीमपुर में कांग्रेस पार्टी द्वारा बेरोजगारी के खिलाफ राज्यव्यापी जनांदोलन की शुरुआत भी की। इसके बाद वे लेतेकुपुखुरी में श्रीमंत शंकरदेव के पहले शिष्य श्री माधवदेव के जन्मस्थल के दर्शन कर बिस्वनाथ जिला स्थित गोहपुर के लिए रवाना हुईं। 





असम की 126 सदस्यों वाली विधानसभा के लिए 27 मार्च, 1 अप्रैल और 6 अप्रैल को चुनाव होने वाले हैं। विधानसभा चुनाव के पहले प्रियंका का यह असम दौरा बेहद अहम माना जा रहा है। असम में कांग्रेस इस बार सत्ता में वापसी के लिए पूरा ज़ोर लगा रही है। कांग्रेस की अगुवाई में 5 दलों का गठबंधन बनने से राज्य में पार्टी की स्थिति काफी मजबूत हुई है। यह चुनाव इसलिए भी महत्वपूर्ण है, क्योंकि जिन पांच राज्यों में चुनाव होने वाले हैं, उनमें सिर्फ असम में ही बीजेपी की सरकार है।