अमेरिकी यूनविर्सिटी के टैलेंट सर्च एग्‍जाम में नताशा पेरी ने सफलता पाई है भारतीय मूल की अमेरिकी बच्ची नताशा ने करीब 84 देशों के 19 हजार से ज्यादा बच्चों के साथ इस टैलेंट सर्च प्रतियोगिता में भाग लिया था। कक्षा पांचवी की छात्रा नताशा पेरी 11 साल की हैं। वे भारतीय-अमेरिकी हैं, उन्हें SAT और ACT मानकीकृत परीक्षणों में एक्सट्रा आर्डनरी प्रदर्शन के लिए अमेरिका की टॉप यूनिवर्सिटी ने दुनिया की सबसे प्रतिभाशाली स्टूडेंट होने का खिताब दिया है। इसी साल 2021 की गर्मियों में नताशा ने 5वीं ग्रेड की पढ़ाई के साथ ही जॉन्स हॉपकिन्स टैलेंट सर्च के इस टेस्ट में पार्टीसिपेट किया था। नताशा के ओरल और क्वान्टिटेटिव सेक्शन के एक्जाम रिजल्ट एडवांस ग्रेड-8 के 90 फीसदी के बराबर माना गया है।

नताशा पेरी न्यूजर्सी में थेल्मा एल सैंडमीयर एलीमेंट्री स्कूल में पढ़ती हैं। हाल ही में उन्होंने जॉन्स हॉपकिन्स सेंटर फॉर टैलेंटेड यूथ की तरफ से कंडक्ट की गई SAT और ACT  असेसमेट टेस्ट में एक्सट्रा आर्डनरी परफार्मेंस दी है। नताशा का कहना है कि यह उपलब्धि, प्रोत्साहन औऱ सम्‍मान उन्हें आगे भी और अच्‍छा परफॉर्म करने के लिए मोटीवेट करता है। 11 साल की  नताशा को डूडलिंग पसंद है। वे नावेल पढ़ने का भी शौख रखती हैं, उन्हें जेआरआर टॉल्किन की नावेल पढ़ना अच्छा लगता है।

दरअसल जॉन्स हॉपकिन्स सेंटर फॉर टैलेंटेड यूथ दुनिया में टैलेंट सर्च के लिए जाना जाता है। इस असेसमेट टेस्ट में 84 देशों के करीब 19 हजार छात्रों ने भाग लिया था। जिसमें नताशा पेरी भी शामिल थी, यह संस्था अबव-ग्रेड लेवल के टेस्‍ट का आयोजन करती है।

स्‍कोलेस्टिक असेसमेंट टेस्‍ट (SAT) और अमेरिकन कॉलेज टेस्टिंग (ACT) दोनों ही स्टैंडर्ट एक्जाम हैं, इसके रिजल्ट के आधार पर कई कॉलेजों में स्‍टूडेंट्स को एडमिशन मिलता हैं। वहीं बहुत सी कंपनियां और NGO बच्चों को मिले मार्क्स के आधार पर स्‍कॉलरशिप भी देते हैं।