भोपाल। मध्य प्रदेश के सिंगरौली की युवा खिलाड़ी इंटरनेशनल क्रिकेट में देश का नाम रोशन कर रही है। यूथ क्रिकेट आइडल नुजहत परवीन महिला क्रिकेट टीम की विकेट कीपर है। वे महेंद्र सिंह धोनी को अपना आदर्श मानती हैं।

नुजहत के पिता मसीह आलम नार्दन कोलफील्ड लिमिटेड में कार्यरत हैं, वे जैन प्रोजेक्ट में मशीन ऑपरेटर के तौर पर काम करते हैं। नुजहत के दो भाई हैं, एक उनसे बड़े और एक छोटे हैं। दोनों भाइयों की लाड़ली बहन को पहले फुटबाल खेलना पसंद था। लेकिन किस्मत को तो कुछ और ही मंजूर था। सो उनका रुझान क्रिकेट की तरफ हो गया। मिडिल क्लास मुस्लिम फैमिली से होने की वजह से शुरूआत में नुजहत को थोड़ी परेशानियों का समाना करना पड़ा। उनके पिता चाहते थे कि उनके बच्चे अच्छी तालीम हासिल करें और नौकरी में लग जाएं।  

पहले वे फुटबाल औऱ एथलेटिक्स इंट्रेस्ट लेती थी। उन्होंने शुरुआती दौर में सौ मीटर रेस में गोल्ड मेडल भी अपने नाम किया था। लेकिन किस्मत में तो क्रिकेट और सिर्फ क्रिकेट ही लिखा था। सो जिंदगी में कुछ ऐसा हुआ कि वे  क्रिकेट को ही अपना बैठीं। नुजहत परवीन ने एक इंटरव्यू में बताया था कि स्कूल के दिनों में सिंगरौली में एक क्रिकेट टूर्नामेंट हो रहा था। वहां एक क्रिकेटर की जरूरत थी, तभी उनकी टीचर ने चयनकर्ताओं को नुजहत का नाम सजेस्ट किया। फिर क्या था, पहली बार में ही वे उस टूर्नामेंट में मैं मैन ऑफ द सीरीज का खिताब पाने में कामयाब रहीं। नुजहत का कहना है कि कभी-कभी वे स्कूल के लड़कों की क्रिकेट टीम में भी खेला करती थीं। उन्हें ग्लब्स पहनना बेहद पसंद है। इसी शौक की बदौलत वे विकेट-कीपर बन गईं। उनका मानना है कि टीम में बॉलर और बैट्समैन कई होते हैं, लेकिन विकेट कीपर केवल एक ही होता है।

मिडिल क्लास मुस्लिम फैमिली में महिलाओं पर कई तरह के रोकटोक होती है, लेकिन नुजहत परवीन ने समाज की परवाह किए बिना अपने लक्ष्य पर ध्यान केंद्रित किया और आगे बढ़ती जा रही हैं। यह नुजहत परवीन की काबिलियत का ही नतीजा है कि आज वे इंडियन विमन क्रिकेट टीम की सबसे भरोसेमंद विकेट कीपर्स की लिस्ट में शुमार हैं। नुजहत नवंबर 2020 में BCCI  द्वारा यूएई में हुए विमेन T-20 चैलेंज क्रिकेट टूर्नामेंट में विनर टीम ट्रेलब्लेजर्स में शामिल थीं। इस टूर्नामेंट में उन्होंने स्मृति मंधाना की कैप्टेंसी वाली इस टीम में बतौर विकेटकीपर खेल खेला था।

कोरोना पैंडमिक के दौर में भी नुजहत क्रिकेट के मैदान में लगातार छाई रही। डोमेस्टिक क्रिकेट में भी उनकी पर्फार्मेंस उम्दा रही। नुजहत इंडियन रेलवे में नौकरी करती है, और उनका पैशन क्रिकेट है।

उनके क्रिकेट कैरियर की शुरुआत रीवा से हुई। उन्होंने रीवा डिविजनल क्रिकेट एसोसिएशन के कोच अरिल एंथोनी से कड़ी ट्रेनिंग ली, फिर 2011-12 में उनका सलेक्शन सिंगरौली टीम के लिए इंटर डिस्ट्रीक क्रिकेट टूर्नामेंट में हुआ। उन्हें विकेटकीपर बैट्समैन के तौर खेलने का मौका मिला। फिर लगातार सफलता पाते हुए वे मध्य प्रदेश की टीम अपने लिए खास जगह बनाने में सफल रहीं।

2012-13 में नुजहत सेंट्रल जोनल अंडर-19 महिला क्रिकेट टीम की उप-कप्तान बनी। यहां भी उन्होंने अपने बेहतरीन खेल की बदौलत अंतरराष्ट्रीय टीम में अपनी जगह बनाई और 2017 महिला विश्वकप टीम का हिस्सा भी रही। विकेट कीपर बैट्समैन नुजहत परवीन वर्ल्डकप में भी अपने क्रिकेट का जादू खेला का जरिए विमेन वर्ल्ड कप में खेल चुकी हैं। नुजहत मध्यप्रदेश के सिंगरौली में पैदा हुई हैं। उनका बचपन यहीं बीता और यहीं उन्होंने ट्रेनिंग ली। पहले नुजहत फुटबाल खेलती थीं, उन्होंने अंडर-16 तक फुटबॉल टीम की कप्तानी भी की है। अब वे इंडिया टीम की महिला क्रिकेट में बड़ा नाम हैं।

अब वे साउथ अफ्रीका के खिलाफ सीरीज के लिए नुजहत को चुना गया है। वहीं पिछले साल महिला टी-20 विश्व कप में शानदार बल्लेबाजी करने वाली शेफाली को 19 टी-20 का अनुभव है। इस टी 20 टीम की कैप्टन हरमनप्रीत कौर कैप्टन है, स्मृति मंधाना वाइस कैप्टन, शेफाली वर्मा, जेमिमा रोड्रिग्ज, दीप्ति शर्मा, रिचा घोष, हरलीन देओल, सुषमा वर्मा विकेटकीपर), नुजहत परवीन विकेटकीपर, आयुषी सोनी, अरुंधति रेड्डी, राधा यादव, राजेश्वरी गायकवाड़, पूनम यादव, मानसी जोशी, मोनिका पटेल, सी प्रत्यूषा, सिमरन दिल बहादुर शामिल हैं।