नई दिल्ली। भारत की सावित्री जिंदल अब एशिया की सबसे अमीर महिला बन गई है। उन्होंने चीन के Yang Huiyan को पछाड़कर शीर्ष पर जगह बनाया है। फार्ब्स की 2021 की 10 सबसे ज्यादा अमीर भारतीयों की सूची में एकमात्र महिला भी हैं। उनका नेट वर्थ 18 अरब डॉलर आंका गया है।

सावित्री ओपी जिंदल ग्रुप की चेयरपर्सन Emeritus हैं। उनकी अगुवाई में कंपनी का रेवेन्यू चार गुना तक बढ़ा है। 72 साल की जिंदल भारत की सबसे अमीर महिला होने के साथ ही 1.4 अरब की जनसंख्‍या वाले भारत में 10वीं सबसे अमीर शख्सियत हैं।

सावित्री जिंदल ने अपने पति ओपी जिंदल की साल 2005 में एक हेलीकॉप्टर दुर्घटना में मौत के बाद जिंदल समूह की कमान संभाली थी। उनकी कंपनी भारत में स्‍टील की तीसरी सबसे बड़ी उत्‍पादक है और सीमेंट, ऊर्जा और बुनियादी ढांचे के क्षेत्र में भी अभूतपूर्व काम करती है।

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सावित्री जिंदल का बचपन संघर्षों से भरा रहा है। उनका जन्म 20 मार्च 1950 को असम के तिनसुकिया में हुआ। यह वह दौर था जब लोग लोग लड़कियों को पढ़ाना जरूरी नहीं समझते थे। सावित्री जिंदल ने भी जीवन में कभी स्कूल का मुंह नहीं देखा। बावजूद पति की मृत्यु के बाद उन्होंने जिस तरह से कंपनी को संभाला वह भारतीय महिलाओं के लिए मिशाल के तौर पर देखा जाता है।

सावित्री समाज सेवा में भी काफी सक्रिय रहती हैं। वह वाचितों तबके के लोगों को मदद करने में कभी पीछे नहीं हटती। वह राजनीतिक रूप से कांग्रेस पार्टी से जुड़ी हुई हैं और हिसार से विधायक भी रह चुकी हैं। उन्होंने एक इंटरव्यू के दौरान बताया था कि वह कभी बाजार भी नहीं गईं क्योंकि तब महिलाओं को बाहर जाने की अनुमति नहीं थी। उनके बेटे नवीन जिंदल भी कांग्रेस सांसद रह चुके हैं।