नई दिल्ली।
खराब वैश्विक संकेतों के चलते गुरुवार को भारतीय शेयर बाज़ार में शुरूआती कारोबार में ही हाहाकार मच गया। शेयर बाजार में एक बार फिर बिकवाली का दौर लौट आया है। जिसका परिणाम ये हुआ कि खुलते ही बीएसई सेंसेक्स और एनएसई निफ्टी में 2 फीसदी की गिरावट आई है। बाजार पहले से गिरावट के संकेत दे रह था। गुरुवार को खुलते ही शेयर बाजार में सेंसेक्स पहले 950 अंक नीचे चला गया। कुछ ही देर में इसमें और गिरावट दर्ज की गई और सेंसेक्स 1115 अंक गिरकर 53093 प्वाइंट पर पहुंच गया। निफ्टी में भी शुरूआती कारोबार में 332 अंकों का नुकसान देखने को मिला और अभी शेयर बाजार में निफ्टी 15900 अंकों के आसपास बना हुआ है।
बुधवार को सेंसेक्स 110 अंक या 0.20 प्रतिशत की गिरावट के साथ 54,209 पर बंद हुआ था। जबकि निफ्टी 19 अंक या 0.12 प्रतिशत की गिरावट के साथ 16,240 पर बंद हुआ था। आज शुरूआती कारोबार में ही गिरकर सेंसेक्स 53093 प्वाइंट पर तो निफ्टी 15900 अंकों के आसपास आ गया है। आज सुबह के सत्र में ही सेंसेक्स और निफ्टी में 2 फीसदी की गिरावट आ चुकी है।
शेयर बाज़ार खुलने के साथ ही आज 1629 शेयर में गिरावट दर्ज की गई जबकि 73 शेयर में कोई बदलाव दर्ज नहीं किया गया। यही नहीं मिड कैप और स्माल कैप शेयर भी नीचे स्तर पर कारोबार कर रहे हैं। निफ्टी मिडकैप 100 में 2.38 फीसदी और स्मॉल-कैप में 2.80 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई है। निफ्टी में दर्ज सभी 15 सेक्टर लाल निशान में कारोबार कर रहे हैं। मेटल और आईटी सेक्टर के शेयर भी अंडरपरफॉर्म कर रहे हैं। इन सेक्टरों के शेयर में भी गिरावट आई है। शुरूआती कारोबार में टेक महिंद्रा के शेयर में सबसे अधिक 3.72 फीसदी की गिरावट आई है। कुल मिलाकर बाजार नकारात्मक संकेत दे रहा है।
अगर बात 30 शेयरों वाले संवेदी सूचकांक सेंसेक्स की करें तो यहाँ भी बड़ी कंपनियों के शेयर में गिरावट आई है। टेकएम, बजाज फिनसर्व, इंफोसिस, विप्रो, टाटा स्टील, बजाज फाइनेंस, एसबीआई, टीसीएस, एचसीएल टेक, एक्सिस बैंक, इंडसइंड बैंक और एशियन पेंट्स के शेयर में अभी सबसे अधिक गिरावट देखने को मिल रही है।
आर्थिक क्षेत्र के विशेषज्ञों का मानना है कि खुदरा महंगाई दर में बढ़ोत्तरी, रूस-यूक्रेन जंग के चलते निवेशकों के मन में आर्थिक मंदी की आशंका गहरा गई है। यही कारण है कि शेयर बाज़ार में बिकवाली का दौर तेज हो गया है।