उज्जैन। सनी देओल की फिल्म गदर 2 ने पूरे देश में धमाल मचा रखा है। गदर 2 को देखने जाने वाले दर्शकों की ओर से कई दिलचस्प मामले सामने आ रहे हैं। ऐसा ही एक दिलचस्प मामला उज्जैन जिले से सामने आया है। यहां सनी देओल के अनोखे फैन ने अपने पिता की याद में पूरे गांव को गदर 2 दिखाई। पूरा गांव फिल्म देखने ट्रैक्टर, कार और अन्य वाहनों में सवार होकर सिनेमा हॉल पहुंचा। 

दरअसल उज्जैन की घट्टिया तहसील के गांव बकानिया में रहने वाले लक्ष्मीनारायण जाट सनी देओल के बहुत बड़े फैन थे। उनके बेटे धर्मेंद्र ने इसी के चलते अपनी पिता की याद में अपने पूरे गांव के लोगों को ग़दर 2 फिल्म दिखाई। गांव के लोग लक्ष्मीनारायण को 'गदर सेठ' के नाम से पुकारते थे। लक्ष्मीनारायण को फिल्म 'गदर-2' आने की बात पता चली थी। वे इस फिल्म को देखने के लिए बेताब थे, लेकिन इसके रिलीज से पहले ही उनका निधन हो गया। 


लक्ष्मीनारायण के बेटे धर्मेंद्र जाट ने अपने पिता के सपने को पूरा करने के लिए अपने पूरे गांव को 'गदर-2' दिखाने का फैसला किया। धर्मेंद्र उज्जैन के पहले कॉसमॉस मॉल में पीवीआर की बुकिंग कराने पहुंचे थे। लेकिन इतने लोगों की एक साथ टिकट की बुकिंग नहीं हो पाई। इसके बाद धर्मेंद्र ने सांवेर में स्थित मोती पीवीआर में सभी की टिकट बुक कराईं। 


पूरे गांव के लोगों को फिल्म दिखाने के लिए सिनेमा हॉल बुक करने में धर्मेंद्र के 60 हजार रुपए खर्च हुए। गांव के 280 लोग 20 ट्रैक्टर, कार, बाइक से गदर फिल्म के गानों पर झूमते हुए सांकेर सिनेमा हॉल पहुंचे।


धर्मेंद्र जाट से जब मीडिया ने बात की तो उन्होंने कहा कि उनके पिता लक्ष्मीनारायण जाट ने 2001 में सनी देओल की फिल्म गदर देखी थी। तभी से वो सनी देओल के फैन बन गए थे। इसके बाद पिताजी रोजाना 'गदर' फिल्म देखने जाते थे। कभी दोस्त को ले जाते, तो कभी गांव में से किसी अन्य को ले जाते। कम से कम 45 बार वे गदर देख चुके थे। पिताजी का फिल्म के प्रति मोह देखकर गांव वालों ने उनका नाम ही 'गदर सेठ' रख दिया था।