जयपुर। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा है कि प्रदेश में डेयरी सेक्टर को बढ़ावा देने के लिए राज्य सरकार जिला दुग्ध उत्पादक सहकारी संघों को प्रोत्साहन देगी। कृषि एवं पशुपालन ग्रामीण क्षेत्र में आजीविका का मुख्य आधार है। युवाओं को रोजगार के अधिक से अधिक अवसर उपलब्ध हों, इसके लिए डेयरी क्षेत्र को मजबूत करने के लिए राजस्थान सरकार हरसंभव कदम उठाएगी। 

सीएम अशोक गहलोत ने यह बात शुक्रवार को भीलवाड़ा जिला दुग्ध उत्पादक सहकारी संघ के दुग्ध प्रसंस्करण संयंत्र के शिलान्यास समारोह में कही। यह आधुनिक तकनीकी युक्त दुग्ध प्रसंस्करण संयंत्र करीब 75 करोड़ रूपए की लागत से बनाया जाएगा। वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से शिलान्यास समारोह को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के प्रयासों से देश में हरित क्रांति और श्वेत क्रांति जैसे महत्वपूर्ण नवाचार हुए नतीजतन देश खाद्यान्न के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बन सका और डेयरी के क्षेत्र में अविश्वसनीय प्रगति हुई। भारत में सहकारिता आंदोलन को मजबूत करने में देश के प्रथम प्रधानमंत्री दिवंगत जवाहर लाल नेहरू का बड़ा योगदान रहा है। उनके दूरदर्शिता का ही परिणाम है कि दूसरे मुल्कों पर निर्भर देश आत्मनिर्भर होने की दिशा में आगे बढ़ सका।

खाद्य प्रसंस्करण पर विशेष जोर

सीएम गहलोत ने कहा कि, 'किसानों को उनकी फसलों का लाभकारी मूल्य दिलवाने तथा आर्थिक रूप से सशक्त करने के लिए राज्य सरकार खाद्य प्रसंस्करण पर विशेष जोर दे रही है। प्रदेश में खाद्य प्रसंस्करण की इकाई स्थापित करने पर अब किसानों को 10 हैक्टेयर तक जमीन के भू-रूपांतरण की आवश्यकता नहीं है।' उन्होंने आगे बताया कि प्रदेश में डेयरी क्षेत्र के विस्तार की भरपूर संभावनाएं हैं। राज्य सरकार का प्रयास होगा कि दुग्ध उत्पादन संकलन एवं विपणन का काम और तेजी से हो ताकि राजस्थान सरस डेयरी देश में एक बड़ा मुकाम हासिल कर सके।