सिवनी। मध्यप्रदेश में कई कीटनाशकों पर बैन के बाद भी वे आसानी से बाजारों में बिक रही है। जिसकी वजह से लोगों की जान पर बन आई है। सिवनी के मुंगवानीखुर्द गांव में इस प्रतिबंधित कीटनाशक के छिड़काव की वजह से कई लोगों की तबीयत खराब हो गई। मामले का खुलासा होने पर ग्रामीणों ने इसकी शिकायत पुलिस में की है। जिसके बाद पुलिस ने इस प्रतिबंधित दवा के उपयोग करने वाले किसान को चेतावनी दी है कि वह अपनी फसल पर इस जहरीली दवा का उपयोग ना करे। किसान को खेत में नोटिस बोर्ड लगाने की हिदायत दी गई है। जिससे जहरीली फसल चरने से पशुओं की जान पर कोई खतरा ना हो। वहीं इस दवा का उपयोग कर रहे किसान का कहना है कि उसे नहीं मालूम था कि दवा जहरीली है।

मुंगवानीखुर्द गांव को कई लोग इनदिनों उल्टी, पेटदर्द और गैस की दिक्कतों का सामना कर रहे हैं। बताया जा रहा है कि यह परेशानी उन्हें खतों में दवा के छिड़काव के बाद से हो रही है। जानकारों का दावा है कि इलाके में प्रतिबंधित दवा का छिड़काव खेतों में किया गया है। तब से ही खेत के आसपास तेज दुर्गंध आ रही है। इस गंध की वजह से लोगों का जीना दूभर हो गया है। सबसे ज्यादा परेशानी अमरवाड़ा रोड पर के मुंगवानीखुर्द गांव में हो रही है। यहा पर प्रतिबंधित पेस्टीसाइड के छिड़काव की खबर है। जिसकी वजह से ग्रामीणों की तबीयत बिगड़ रही है। खेत में दवा के छिड़काव से आसपास के इलाकों में इसकी गंध फैल गई है। जिसकी वजह से लोगों का सांस लेना भी मुश्किल हो गया है। इस पेस्टीसाइट से बीमार होने वाले ग्रामीणों ने इसकी शिकायत स्थानीय बंडोल थाना पुलिस में दर्ज करवा दी है।

ग्रामीणों ने पुलिस को लिखी शिकायत में बताया है कि गांव के एक किसान ने खेत में प्रोटॉक्स (थाइमेड 10 G ) का छिड़काव सोयाबीन की फसल पर किया है। इस दवा के छिड़काव से फसल पर इल्लियों और कीटों का प्रकोप कम हो जाता है। दरअसल मध्यप्रदेश सरकार ने प्रोटाक्स के छिड़काव पर रोक लगा रखी है। फिर भी कई दुकान दार इस दवा को अब भी बेच रहे हैं। जानकारी के अभाव में कई ग्रामीण कारगर दवा के फेर में इसे  खरीद लेते हैं। बदले में उन्हें अपनी जान का जोखिम उठाना पड़ता है। हाल ही में एक किसान ने खेत में इसी दवा का छिड़काव किया जिसके बाद गांव में पेस्टीसाइट की बदबू फैल गई। तेज बदबू की वजह से बड़ी संख्या में लोगों को चक्कर आने लगे और पेट दर्द की शिकायत होने लगी।

 अब पुलिस में शिकायत के बाद ग्रामीण को चेतावनी दी गई है कि वह अपने खेत पर बोर्ड लगाए ताकि कोई उसके खेत पर ना जाए। पुलिस ने किसान को समझाइश देकर नोटिस बोर्ड लगाने को कहा है। जिससे कोई उस इलाके में पशु चराने ना जाए और किसी जानवर की मौत ना हो।