भोपाल। अपने अनोखे स्वाद के लिए दुनियाभर में मशहूर काली मिर्च गुणों का भंडार है। मसालों में काली मिर्च का खास स्थान हैं। इसका तीखा टेस्ट लोगों को पसंद आता है। देश विदेश में किचन में यह जरूर मौजूद होता है। गरम तासीर के कारण इसे कफ नाशक कहा जाता है। सूखी और पिसी काली मिर्च का उपयोग कई तरीकों से किया जाता है।

इसमें पाया जानेवाला पेपराइन नाम का कैमिकल इसे तीखा फ्लेवर देता है। इसके उपयोग से डाइजेशन ठीक रहता है, काली मिर्च में एंटीऑक्सीडेंट्स भी पाए जाते हैं। इसके उपयोग से शरीर का मेटाबोलिज्म ठीक होता है।

औषधीय गुणों से भरपूर है काली मिर्च

देखने में भले ही काली मिर्च के दाने छोटे नजर आएं, लेकिन उनमें ढेर सारे औषधीय गुण होते हैं। काली मिर्च खाने से सर्दी, खांसी और जुकाम जल्द ही ठीक हो जाता है। कालीमिर्च का उपयोग कुछ दिनों तक नियमित रूप से किया जाए तो यह पुरानी से पुरानी सर्दी को भी जड़ से खत्म कर देती है। जो लोग सर्दी, खांसी या जुकाम से ग्रस्त हैं वह शहद के साथ काली मिर्च के पाउडर को खा सकते हैं। जिसके बाद यह प्रभावी रूप से इन समस्याओं को दूर करने के लिए अपना असर दिखाता है। काली मिर्च भूख को बढ़ाती है, लेकिन वावजूद इसके  यह वेट लॉस में भी हेल्पफुल है। 

काली मिर्च फैल लेस फूड है। यह डाइफोरेक्टिक जड़ी बूटी है, इसके उपयोग से पेशाब और पसीना ज्यादा निकलता है, जिससे बॉडी डी टाक्स होती है।

 

काली मिर्च के उपयोग से नाक और गले में हुए इन्फेक्शन और कंजेशन को साफ किया जा सकता है। काली मिर्च खांसी और सर्दी-जुकाम के इलाज में हेल्पफुल है।रोजाना प्रतिदिन दो-तीन बार एक गिलास गुनगुने पानी में काली मिर्च पाउडर का आधा चम्मच मिलाकर पियें। काली मिर्च और नीलगिरी के तेल को गर्म पानी में डालकर भाप लेने से कफ कम होता है। काली मिर्च और तिल के तेल की कुछ बूंदों को मिलाकर सूंघन से साइनस की समस्या दूर होती है।

काली मिर्च का काढ़ा बढ़ाएगा इम्यूनिटी  

कोरोना काल में काली मिर्च का काढ़ा बेहद लाभकारी साबित हो रहा है। यह इम्युनिटी बढ़ाने में भी कारगर है। काली मिर्च और तुसली का काढ़ा बनाने के लिए 4 से 5 तुलसी के पत्ते,  1/2 छोटी चम्मच इलाइची पाउडर, 1/4 छोटी चम्मच काली मिर्च पाउडर,1 इंच अदरक का टुकड़ा और 3 से 4 मुनक्का ले। इसे बर्तन में लेकर दो ग्लास पानी डालें। इसे 15 मिनट तक उबाल लें। इसके बाद इसे ठंडा होने रख दें और छानकर पी लें।

इसमें आप स्वाद के लिए गुड़ या नींबू का रस भी मिल सकते हैं। यह काली मिर्च और देशी औषधीय गुणों वाली घरेलू चीजों से इम्यूनिटी बढ़ेगी और सर्दी खांसी जुकाम कोसों दूर भागेगा। लंग्स के इन्फेक्शन खत्म होंगे यह काढ़ा दिन में दो बार पीने से आपकी इम्युनिटी बढ़ेगी।  

काली मिर्च की तासीर गर्म होती है, इसके ज्यादा उपयोग से पेट में जलन  हो सकती है। त्वचा और आंखों के सीधे संपर्क से बचाना चाहिए। इसके ज्यादा उपयोग से पेट खराब हो सकता है। गर्भवती और स्तनपान कराने वाली महिलओं को काली मिर्च का उपयोग नहीं करना चाहिए।