वॉशिंगटन। सीरिया में अमेर‍िकी वायुसेना ने ईरान समर्थित मिलीशिया व‍िद्रोही गुट पर हवाई हमला क‍िया है। बताया जा रहा है क‍ि इराक में अमेर‍िकी दूतावास पर हुए हमले के जवाब में अमेर‍िकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने सीरिया के मिलीशिया पर इस हमले का आदेश दिया। अमेरिका के दो अधिकारियों ने अंतरराष्ट्रीय समाचार एजेंसी रायटर्स से भी कहा है कि अमेरिका का हवाई हमला इराक में अमेरिकी ठिकानों पर किए गए रॉकेट अटैक के जवाब में की गई कार्रवाई है। बाइडेन के सत्ता सँभालने के बाद अमेरिकी सेना की यह पहली अंतरराष्ट्रीय सैनिक कार्रवाई है।

अधिकारियों ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि इस एयर स्ट्राइक को राष्ट्रपति जो बाइडेन ने मंजूरी दी थी। एयर स्ट्राइक के बाद अमेरिकी रक्षा सचिव लॉयड ऑस्टिन ने कहा कि अमेरिका ने जिस ठिकाने पर हमला किया है, उसका इस्तेमाल उन्हीं उग्रवादियों द्वारा किया जा रहा था, जिन्होंने अमेरिकी ठिकानों पर हमले किए थे।' इससे पहले पेंटागन के प्रवक्ता जॉन किर्बी ने कहा कि अमेरिकी कार्रवाई एक 'सैन्य प्रतिक्रिया' है, जिसे अमेरिका ने अपने सहयोगियों के साथ सलाह मशविरा करने के बाद अंजाम दिया है। उनके इस बयान से साफ़ है कि अमेरिका ने यह कार्रवाई अपने पश्चिमी सहयोगी देशों की सहमति के बाद की है।

अब तक अमेरिकी हमले में हुए नुकसान के बारे में विस्तृत जानकारी सामने नहीं आई है। बीते कुछ वर्षों में अमेरिका ने कई बार जवाबी सैनिक हमले किए हैं। 2019 के अंत में भी अमेरिकी सेनाओं ने इराक और सीरिया में हिजबुल्लाह मिलीशिया समूह के रॉकेट हमलों के जवाब में बड़े हमले किए थे।