केंद्रीय मंत्री व बीजेपी नेता जितेंद्र सिंह ने कहा है की निजी क्षेत्रों को भी इसरो की सेवाएं इस्तेमाल करने का समान मौका दिया जाएगा। अंतरिक्ष विभाग के राज्यमंत्री जितेंद्र सिंह ने मंगलवार को कहा कि अंतरिक्ष गतिविधियों में निजी भागीदारी को बढ़ावा देने हेतु निजी कंपनियों को उपग्रहों, प्रक्षेपणों और अंतरिक्ष आधारित सेवाओं में नया प्लेटफार्म दिया गया है। सरकार के इस फैसले के बाद भविष्य में अंतरिक्ष की सैर और ग्रहों का खोज जैसी परियोजनाएं निजी क्षेत्रों के लिए खुल  जाएंगी।

केंद्रीय अंतरिक्ष विभाग के राज्यमंत्री जितेंद्र सिंह ने बताया है कि इसरो में निजी कंपनियों को उपग्रह, प्रक्षेपण और अंतरिक्ष आधारित अन्य सेवाओं के क्षेत्र में समान मौका दिया जाएगा। उन्होंने कहा, 'उपग्रहीय अन्वेषण और बाह्य अंतरिक्ष के सफर की भावी परियोजनाएं निजी क्षेत्र के लिए खुली रहेंगी। निजी क्षेत्र को अपनी क्षमताओं में सुधार लाने के लिए इसरो की सुविधाओं एवं अन्य प्रासंगिक संपत्तियों का इस्तेमाल करने की इजाजत दी जाएगी।'

उन्होंने भारत के प्रथम मानव अंतरिक्ष मिशन "गगनयान" के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि यात्रियों का चयन पूरा कर उन्हें रूस में प्रशिक्षण दिया जा रहा था लेकिन कोरोना संक्रमण के वजह से यह बाधित हो गया है। गौरतलब है की अंतरिक्ष अनुसंधान कि दिशा में भारत की कई निजी कंपनियां कार्यरत हैं लेकिन कानूनी सीमाओं के कारण वे अबतक इसरो का इस्तेमाल नहीं कर पा रही हैं।अब इसकी अनुमति मिलने के बाद अंतरिक्ष पर्यटन और अनुसंधान के क्षेत्र में निजी निवेश को खोलने का रास्ता साफ हो जाएगा।