ईरान की तरफ से इजराइल पर हमले की आशंका के बीच भारतीय एजेंसियां सक्रिय हो गईं हैं। एयर इंडिया ने ईरान के एयरस्पेस का इस्तेमाल बंद कर दिया है। शनिवार को सुबह एअर इंडिया की फ्लाइट 161 को साढ़े 4 बजे लंदन जाना था। हालांकि, इसने हमेशा का रूट की बजाए दूसरे एयरस्पेस का इस्तेमाल किया।

ईरान में भारतीय दूतावास ने तनाव की स्थिति में वहां भारतीय नागरिकों की मदद के लिए एक इमरजेंसी नंबर जारी किया है। ईरान में लगभग 4000 भारतीय रहते हैं। वहीं, इजराइल में 18500 प्रवासी भारतीय रहते हैं। हाल ही में भारत से 6 हजार कामगारों को कंस्ट्रक्शन के काम के लिए इजराइल भेजा गया था। हालांकि, इजराइल में भारतीय दूतावास ने अब तक किसी तरह की कोई एडवाइजरी इश्यू नहीं की है।

इससे पहले भारतीय विदेश मंत्रालय ने अपने नागरिकों के लिए ट्रैवल एडवाइजरी जारी की थी। इसमें भारतीय नागरिकों को अगली सूचना तक ईरान और इजराइल न जाने की सलाह दी गई थी। साथ ही ईरान और इजरायल में मौजूद भारतीयों से अनुरोध किया कि वे भारतीय दूतावास के साथ संपर्क में रहें।

ईरान-इजराइल के बीच बढ़ते तनाव को लेकर शुक्रवार देर रात अमेरिकी राष्ट्रपति ने ईरान को चेतावनी दी। जो बाइडेन ने कहा हमला न करें। हम इजराइल की रक्षा करेंगे। हम इजराइल का सपोर्ट करते हैं। ईरान अपने मंसूबों में सफल नहीं होगा। अमेरिका ने अपना वॉरशिप इजराइल भेजा है। अमेरिका का एयरक्राफ्ट कैरियर USS ड्वाइट आइजनहावर लाल सागर के रास्ते इजराइल पहुंच रहा है। ये ईरान की तरफ से दागी जाने वाली मिसाइल और ड्रोन को रोकने में सक्षम है।

दरअसल, 1 अप्रैल को इजराइल ने सीरिया में ईरानी एंबेसी के पास एयरस्ट्राइक की थी। इसमें ईरान के दो टॉप आर्मी कमांडर्स समेत 13 लोग मारे गए थे। इसके बाद ईरान ने बदला लेने के लिए इजराइल पर अटैक करने की धमकी दी थी। इसके बाद से जंग की आशंका है। हैरानी की बात ये है कि इजरायल की गलती होने के बावजूद अमेरिका व अन्य देश उसकी की पैरवी कर रहे हैं। फिलहाल भारत सरकार ने किसी भी देश का पक्ष नहीं लिया है।