दवा कंपनी जॉनसन एंड जॉनसन की कोरोना वैक्सीन के तीसरे फेज का ट्रायल शुरू हो रहा है। सोमवार से शुरू हो रहे इस ट्रायल के तहत ब्रिटेन में हजारों वॉलंटियर्स को कोरोना वैक्सीन के दो डोज़ दिए जाएंगे। कंपनी की वैक्सीन रिसर्च टीम के प्रमुख वैज्ञानिकों का कहना है कि कुल 6,000 वॉलंटियर्स को इस परीक्षण में शामिल किया जाएग, जिन्हें 17 अलग-अलग जगहों से चुना गया है।

कोविड 19 की वैक्सीन बनाने के काम में इस महीने तेजी आई है। फायज़र और बायोटेक एसई ने दावा किया है कि उनकी वैक्सीन के एक परीक्षण में 90% से अधिक रोग-संबंधी संक्रमणों को रोकने में सफलता हासिल हुई है। फिर भी, वैक्सीन के व्यापक उपयोग तक पहुंचने से पहले उत्पादन और विकास के लिए ट्रायल आवश्यक है।

कोरोना वैक्सीन के हालिया आंकड़ों से शुभ संकेत मिले हैं। महामारी शुरू होने के बाद पहली बड़ी सफलता के शिखर पर हो सकते हैं। यूके के व्यापार सचिव आलोक शर्मा का कहना है कि हम प्रगति के साथ आशावादी हैं, कोई गारंटी नहीं है। संभवत: दवा का प्रयोग अलग-अलग व्यक्तियों पर अलग-अलग करना पड़े।  

अगर न्यू जर्सी स्थित जानसन एंड जानसन का टीका सुरक्षित और प्रभावी साबित होता है, तो साल 2021 के मध्य तक ब्रिटेन में 30 मिलियन खुराक उपलब्ध हो सकती है। ब्रिटिश सरकार का वैक्सीन टास्कफोर्स कोरोना वैक्सीन के ट्रायल के लिए वित्तीय मदद कर रहा है। सरकार ने ऐलान किया है कि अगले साल की शुरुआत में दो नए "मेगालैब्स" खोले जाएंगे। जिसके खुलने से रोजाना साठ लाख टेस्टिंग हो सकेगी। मेगालैब्स में कोविड-19 के साथ- साथ कैंसर जैसी अन्य गंभीर बीमारियों का परीक्षण भी हो सकेगा।

गौरतलब है कि ब्रिटेन में कोरोना वायरस से 50,000 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। यूरोप के किसी और देश में कोरोना से इतने लोगों की जान नहीं गई है। कोरोना के बढ़ते मामलों के कारण इंग्लैंड में फिर से लॉकाडाउन भी करना पड़ा है, जो दिसंबर की शुरुआत तक चलेगा।