नई दिल्ली। रूस और यूक्रेन के बीच हालात गंभीर है। रूस ने अपने मिलिट्री ऑपरेशन का एलान कर दिया है। इसके साथ ही रूस ने यूक्रेन को हथियार डालने का फरमान भी सुना दिया है। रूस ने यह साफ कर दिया है कि अब यूक्रेन के साथ युद्ध को टाला नहीं जा सकता। इसलिए यूक्रेन के सैनिक अब अपने हथियार डाल दें।

ताजा जानकारी के अनुसार रूसी सेना अब यूक्रेन के विद्रोही क्षेत्र डोनेस्क और लुहांस्क में दाखिल हो चुकी है। विद्रोही क्षेत्र में रूसी सेना ने गोलीबारी तेज़ कर दी है। गोलीबारी में यूक्रेन के एक सैनिक के मारे जाने की खबर है। जबकि 6 सैनिक घायल हो गए हैं।

रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने मिलिट्री ऑपरेशन का एलान करते हुए कहा कि रूस अब यूक्रेन के खिलाफ अपने मिलिट्री ऑपरेशन को लॉन्च कर रहा है। इस मिलिट्री ऑपरेशन का लक्ष्य यूक्रेन का गैरफौजीकरण है। इसलिए अब यूक्रेन के सैनिक हथियार डालें और अपने घर जाएं। रूसी राष्ट्रपति ने कहा कि रूस की मंशा यूक्रेन पर कब्जा जमाने की नहीं है, लेकिन हम यूक्रेन के सैनिकों को हथियार डालने के लिए कह रहे हैं। पुतिन ने कहा कि अब रक्तपात के लिए सिर्फ यूक्रेन ही जिम्मेदार होगा।

रूस ने यूक्रेन के साथ उसके टकराव में दखल देने वाले देशों को भी चेतावनी दी है। रूसी राष्ट्रपति ने कहा है कि उसके मिलिट्री ऑपरेशन में जो कोई भी दखल देगा, उसे गंभीर परिणाम भुगतने होंगे। पुतिन ने कहा कि बाहर से जो कोई भी दखल देगा, उसे ऐतिहासिक परिणाम भुगतने होंगे, जैसा उसने आज तक नहीं भुगता होगा। पुतिन ने अपनी मंशा और चेतावनी ज़ाहिर करते हुए कहा कि आशा है आप ने मुझे सुन लिया होगा।

इससे पहले ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरिसन ने बुधवार को ही यह आशंका जता दी थी कि अगले 24 घंटे के भीतर रूस यूक्रेन पर हमला बोल सकता है। स्कॉट मॉरिसन ने कहा था कि अगर रूस ऐसा करेगा तो ऑस्ट्रेलिया रूस पर कड़े प्रतिबंध लगाएगा। वहीं रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने कहा था कि यूक्रेन के साथ कूटनीतिक हल निकालने के लिए रूस तैयार है, लेकिन वह अपने नागरिकों के हितों के साथ कोई समझौता नहीं करेगा।