नई दिल्ली। रूस और यूक्रेन के बीच शुरू हुए युद्ध को अब दो हफ्ते पूरे होने वाले हैं, लेकिन रूस अब तक यूक्रेन की राजधानी कीव पर कब्जा नहीं जमा पाया है। ऐसे में रूस ने कीव पर कब्जे के लिए सीरिया के लड़ाकों की मदद लेने का इरादा किया है। रूस ने अपनी सेना में सीरिया के लड़ाकों की भर्ती करने का फैसला किया है। 

इतना ही नहीं युद्ध में लड़ने के लिए रूस की तरफ से सीरियाई लड़ाकों को 300 डॉलर का ऑफर किया गया है। यह दावे विभिन्न मीडिया रिपोर्ट्स में किए जा रहे हैं। दावों के मुताबिक रूस की सेना यूक्रेन की तरफ से मिल रहे जोरदार जवाब से चकित है।

युद्ध शुरू करने से पहले रूस का अनुमान था कि वह जल्द ही कीव पर कब्जा करने और यूक्रेन में तख्तापलट करने में कामयाब हो जाएगा। लेकिन यूक्रेनी नागरिकों के युद्ध में शामिल होने के बाद से रूस का यह अनुमान गलत साबित हो गया, यही वजह है कि रूस को अब सीरिया के लड़ाकों की मदद लेनी की नौबत आ गई है। 

दरअसल रूस सीरिया की बशर अल असद की सरकार को 2015 से ही सैन्य सहायता मुहैया करा रहा है। सीरिया में चल रहे गृह युद्ध में रूस बशर अल असद की सरकार के साथ है। जो कि सीरिया में विद्रोहियों की आवाज़ दबाने का प्रयास कर रही है। ऐसे में रूस ने अपनी सैन्य मदद के बदले अब सीरिया से उसके लड़ाकों को यूक्रेन के खिलाफ युद्ध में शामिल होने देने का आह्वान किया है।