भोपाल के मौलाना आजाद नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (मैनिट) के बी.टेक तृतीय वर्ष के छात्र आदित्य सुहाने ने 22 सितंबर 2024 को हॉस्टल नंबर 5 के कमरे में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। 23 सितंबर को पोस्टमॉर्टम के बाद शव को परिजनों को सौंप दिया गया। आदित्य के पिता बीएन सुहाने, जो दतिया में PWD में अकाउंट्स ऑफिसर हैं। उन्होंने इस आत्महत्या को संदिग्ध बताते हुए पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है, और मैनिट कैंपस में ड्रग्स तस्करी और रैगिंग की गंभीर समस्याओं का जिक्र किया है।
पिता ने पुलिस को बताया कि घटना के बाद जब वह कॉलेज पहुंचे और आदित्य के हॉस्टल स्टाफ और सहपाठियों से बात की, तो उन्हें आत्महत्या के पीछे कुछ और सच्चाई होने का संदेह हुआ। उन्होंने रूम की खिड़की से देखा और पाया कि यह मामला सामान्य आत्महत्या जैसा नहीं लग रहा था।
बीएन सुहाने ने कहा कि उनका बेटा पढ़ाई में अच्छा था और परिवारिक स्थिति भी ठीक थी, इसलिए आत्महत्या का कोई स्पष्ट कारण नज़र नहीं आता। उनका मानना है कि मैनिट के कुछ स्टाफ, साथी छात्र या कैंपस में आने-जाने वाले बाहरी लोगों की वजह से आदित्य को यह कदम उठाने पर मजबूर होना पड़ा होगा।
पिता ने यह भी बताया कि 21 सितंबर को उन्होंने फैमिली ग्रुप में वीडियो कॉल पर आदित्य से बात की थी, तब उसमें कोई असामान्य व्यवहार नहीं दिखा। उसने आत्महत्या से पहले किसी को कोई कॉल या मैसेज भी नहीं किया।
थाना प्रभारी निरूपा पांडेय के अनुसार, आदित्य के दोस्तों को सुसाइड के कारणों की कोई जानकारी नहीं है। घटनास्थल पर एफएसएल टीम ने जांच की, लेकिन कोई सुसाइड नोट नहीं मिला। पुलिस ने आदित्य का मोबाइल और लैपटॉप जब्त कर जांच के लिए भेज दिया है। पुलिस मामले की जांच में जुटी है।
कैंपस में रहने वाले शरद कुमरे ने बताया कि मैनिट कैंपस में अवैध गतिविधियों की शिकायतें पहले भी की जा चुकी हैं। उन्होंने छात्रों को शराब और गांजा जैसे नशीले पदार्थों का सेवन करते भी देखा है, लेकिन शिकायतों के बाद भी कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई।