प्रदेश सरकार 17 मई के बाद संक्रमित क्षेत्रों को छोड़कर अन्य क्षेत्रों में लॉक डाउन में छूट देने की तैयारी कर रही है। बुधवार को गृह और स्वास्थ्य मंत्री डॉ.नरोत्तम मिश्रा ने उज्जैन, भोपाल, विदिशा, झाबुआ और रतलाम के जनप्रतिनिधियों, प्रशासनिक अधिकारियों और जिला आपदा प्रबंधन समूह से बात कर सुझाव लिए। प्रदेश के सभी जिलों के कलेक्टरों ने जिला आपदा प्रबंधन समूह के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के ज़रिये बैठक की और लॉकडाउन में सुरक्षा के उपाय करते हुए ढील देने की बात रखी। जिलों द्वारा दिए गए सुझाव की रिपोर्ट तैयार कर प्रदेश सरकार, केंद्र को अपनी सिफारिशें भेजेगी। गौरतलब है कि 18 मई से लॉक डाउन चौथा चरण शुरू हो रहा है, जो पहले के तीन चरणों से अलग होगा।

Click  MP रेड जोन में भी शुरू करेगा कामकाज

बुधवार को हुई बैठक में भोपाल जिला कलेक्टर ने बताया कि शहर में  कोलार, होशंगाबाद रोड, गोविंदपुरा इंडस्ट्रियल एरिया, बी एच ई एल, बैरागढ़ और रातीबड़ यह छह एरिया चिन्हित किए गए हैं, जहां वर्तमान में कोरोना संक्रमण काफी काम है और भविष्य में इसके फैलने की संभावना भी कम है। कलेक्टर ने चिन्हित किए एरिया में प्राइवेट दफ्तरों में 33 प्रतिशत स्टाफ के साथ काम शुरू करने का प्रस्ताव दिया है। इन छः सेक्टर में इंफ्रास्ट्रक्टर और कंस्ट्रक्शन की अनुमति भी दे जाएगी। इन क्षेत्रों में बने मार्केट या कॉम्प्लेक्स में चरणबद्ध तरीके से सप्ताह में एक या दो दिन दुकाने खोलने परमिशन भी दी जा सकती है। राजधानी परियोजना एवं नगर निगम संधारण कार्यों के अंतर्गत पेयजल, सीवेज, पेचवर्क आदि कार्यों की जाएगी। इन छह सेक्टर में काम करने वाले कर्मचारी उसी क्षेत्र के होंगे तभी कार्य करने की अनुमति होगी। बाहरी क्षेत्रों के कर्मचारियों या श्रमिकों का प्रवेश  प्रतिबंधित रहेगा। इन लोगों को पहचान पत्र के लिए वोटर आईडी रखना होगा जिससे उसके सेक्टर की पहचान हो सके। नगर निगम की सीमा से बाहर के क्षेत्रों में लॉक डाउन में जो छूट दी गई वो जारी रहेगी।