भोपाल। पटवारी भर्ती परीक्षा में धांधली के मुद्दे पर शिवराज सरकार चौतरफा घिरी हुई है। शनिवार को इसके विरुद्ध राजधानी भोपाल में कांग्रेस कार्यकर्ताओं का बड़ा विरोध प्रदर्शन देखने को मिला। इस पुलिस द्वारा चलाए गए वॉटर कैनन और लाठीचार्ज के कारण कई कांग्रेस नेता और कार्यकर्ता घायल भी हुए। पुलिस कार्रवाई को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ की तीखी प्रतिक्रिया सामने आई है।



कमलनाथ ने ट्वीट किया, 'भोपाल में एक जन आंदोलन के दौरान भोपाल के शहर कांग्रेस अध्यक्ष  मोनू सक्सेना और अन्य कार्यकर्ताओं के साथ शिवराज सरकार ने जिस तरह बर्बरता का व्यवहार किया है, मैं उसकी कड़ी निंदा करता हूं। सक्सेना का अस्पताल में इलाज चल रहा है। मैं उनके शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं।'





कमलनाथ ने राज्य सरकार को चेतावनी देते हुए कहा, 'मैं शिवराज सिंह चौहान सरकार से बहुत साफ शब्दों में कहना चाहता हूं कि मध्य प्रदेश की जनता ने भाजपा सरकार उखाड़ने का मन बना लिया है। आपके इस अत्याचार से ना तो कांग्रेस के कार्यकर्ता डरने वाले हैं और ना मध्य प्रदेश की जनता। कांग्रेस का एक-एक कार्यकर्ता दोगुने उत्साह से कुशासन को उखाड़ फेंकने की लड़ाई लड़ता रहेगा।'



पुलिस कार्रवाई को लेकर कांग्रेस विधायक पीसी शर्मा ने कहा, 'हम शांतिपूर्ण तरीके से जा रहे थे। ज्ञापन देना चाहते थे। लेकिन शिवराज सरकार ने पुलिस को भेजकर लाठीचार्ज कराया। पुलिस ने लाठीचार्ज और वॉटर कैनन से भगदड़ मचाई। कांग्रेस अध्यक्ष मोनू सक्सेना को गंभीर चोट आई है। महक राणा को भी काफी चोट लगी है। 25 से 50 कार्यकर्ता घायल हुए हैं।'



शर्मा ने आगे कहा, 'हम CBI जांच की मांग कर रहे हैं। सरकारी हमारी बात सुनने को तैयार नहीं है। यह अत्याचार है। लोकतंत्र की हत्या है। कांग्रेस डरने वाली नहीं है। हम लगातार जांच की मांग करते हुए लड़ाई लड़ते रहेंगे।' बता दें कि मोनू सक्सेना ने आज ही भोपाल जिला कांग्रेस अध्यक्ष पद की शपथ ली है और प्रदर्शन के दौरान वे चोटिल हो गए।