कोरोना पॉजिटिव मामलो में इंदौर और भोपाल के बाद उज्जैन हॉट स्पॉट बनता जा रहा है। पॉजिटिव मरीजों की संख्या में उज्जैन भले ही मध्य प्रदेश में तीसरे नंबर पर हो लेकिन संक्रमण से मौत के मामले में उज्जैन पहले स्थान पर है। यहां की मृत्यु दर 16 फीसदी है जबकि राष्ट्रीय औसत मात्र 2 फीसदी।
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सामाजिक कार्यकर्ता डॉ. आनंद राय ने ट्वीट कर बताया कि इंदौर के बाद उज्जैन कोरोना का एपिसेंटर बन कर उभरा है। इंदौर में 1372 केस में से 63 की मौत हुई है जबकि उज्जैन में 123 में से 20 संक्रमितों की मृत्यु हुई है। भोपाल में 422 में से 13 की मृत्यु हुई है। इस तरह उज्जैन में ज्ञात रोगियों में से 16 फीसदी की मौत हुई जबकि देश में औसतन कुल रोगियों में से 2 फीसदी की ही मृत्यु हुई है।
रविवार रात आए 14 नए मामले
उज्जैन में रविवार देर रात जारी रिपोर्ट में 14 नए मामले सामने आए हैं। इसे मिलाकर अब उज्जैन में संक्रमितों का आंकड़ा बढ़कर जहां 119 हो गया है। वहीं मृतकों की संख्या 17 तक पहुंच गई है। जो मामले सामने आए हैं वे उज्जैन शहर के साथ ही आसपास के तहसीलों के हैं। शहर में 23 अप्रैल को पहली बार एक ही दिन 27 मरीजों में कोरोना की पुष्टि हुई थी। इसके पहले बुधवार को एक ही दिन में 18 नए मामले सामने आए थे।