भोपाल। मध्य प्रदेश सरकार ने शनिवार को खरीफ 2020 और रबी 2020-21 फसल बीमा की राशि किसानों को हस्तांतरित कर दिया है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बैतूल जिले में बड़े स्तर पर कार्यक्रम आयोजित कर किसानों को मुआवजा दिया। इस कार्यक्रम में केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर भी ऑनलाइन माध्यम से शामिल हुए थे। 



जानकारी के मुताबिक कार्यक्रम की शुरुआत कन्या पूजन से की गई। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बताया कि प्रदेश के करीब 49 लाख किसानों को 7,618 करोड़ रुपए बीमा राशि के रूप में दिए गए हैं। हालांकि, बीमा राशि वितरण में हुई देरी को लेकर कांग्रेस में सवाल खड़े किए हैं। पीसीसी चीफ कमलनाथ ने कहा है कि सरकार को उत्सव के जगह माफी दिवस मनाना चाहिए। 





पूर्व सीएम कमलनाथ ने एक ट्वीट थ्रेड में लिखा, 'मध्यप्रदेश के किसानों को खरीफ-2020 और रबी 2020-21 की फसल बीमा की दावा राशि डेढ़ वर्ष से अधिक समय बाद आज दी जा रही है, जिसका प्रीमियम ख़ुद किसान भी भरते है और शिवराज सरकार आज इसे भी उत्सव के रूप में मना रही है। जबकि इसे तो शिवराज सरकार को देरी से भुगतान के लिये किसानो से माफी दिवस के रूप में मनाना चाहिए।' 





कमलनाथ ने आगे लिखा कि, 'जब डेढ़ से 2 वर्ष पुरानी ख़राब फ़सलो की फसल बीमा की राशि आज मिल रही है तो हाल ही में ओलावृष्टि और अतिवर्षा से खराब फसलों की राशि कब मिलेगी, समझा जा सकता है। दावे तो बड़े-बड़े किये गये थे, 7 दिन में सर्वे व मुआवज़े की बात की गयी थी। दो माह के क़रीब हो चुके हैं, ना कोई राहत, ना कोई मुआवज़ा, अभी तक तो सर्वे का काम भी पूरा नहीं हो पाया है। किसानों को ना कोई राहत, ना मुआवजा, ना फसल बीमा की राशि, ना पूर्व की गेहूं की बोनस की राशि और उसके बावजूद भी सरकार उत्सव मनाने में लगी है?' 





कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री ने किसानों को आश्वासन देते हुए कहा है कि पिछले दिनों ओलावृष्टि से जिन किसानों की फसलों को नुकसान हुआ है। बहुत जल्द उन किसान भाइयों के खातों में भी राहत राशि डाली जाएगी। उन्होंने कहा कि हम चारों तरफ सिंचाई की योजनाओं का जाल बिछा रहे हैं। बैतूल जिले में भी आज जो भूमिपूजन किया है, उसमें नहर, बैराज बनाने के लिए योजना शामिल है। हमारी कोशिश है कि किसानों के खेत सूखे न रहें।