भोपाल। मध्यप्रदेश सरकार ने छत्तीसगढ़ की भूपेश सरकार से मदद मांगी है। शिवराज सरकार ने भिलाई स्टील प्लांट से ऑक्सीजन की डिमांड की है। फिलहाल छत्तीसगढ़ सरकार की ओर से ऑक्सीजन देने को लेकर कोई फैसला नहीं आय़ा है। दरअसल मध्य प्रदेश में कोरोना संकट के बीच अब ऑक्सीजन की किल्लत हो गई है। कोरोना मरीजों की संख्या के साथ ही प्रदेश में ऑक्सीजन की डिमांड में भी तेजी से इजाफा हो रहा है।

मध्यप्रदेश के 15 जिलों में महाराष्ट्र से ऑक्सीजन सप्लाई होती रही है। गौरतलब है कि महाराष्ट्र सरकार ने अपने प्लांटों से दूसरे राज्यों को आक्सीजन देने पर रोक लगा दी है। जिससे मध्यप्रदेश में आक्सीजन का संकट गहराने लगा है। 

दरअसल प्रदेश में मेडिकल ऑक्सीजन की खपत बढ़ने से ऑक्सीजन की कमी हो रही है। मौजूदा वक्त में कोरोना के एक्टिव मरीज 17700 से अधिक हैं, वहीं 20 फीसदी मरीज ऑक्सीजन पर हैं। ऐसे में महाराष्ट्र से आक्सीजन की सप्लाई बंद हो जाने से ऑक्सीन की कमी हो रही है। गौरतलब है कि रोजाना आक्सीजन की खपत जुलाई में 40 टन, अगस्त में 90 टन थी। जो कि सितंबर में बढ़कर 130 टन हो गई है।

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मध्य प्रदेश में रोजाना करीब 1500 से ज्यादा नए कोरोना संक्रमित मरीज आने की वजह से ऑक्सीजन की मांग बढ़ रही है। फिलहाल सरकार छत्तीसगढ़ के भिलाई स्टील प्लांट से ज्यादा ऑक्सीजन लेने की तैयारी में है। छत्तीसगढ़ की 11 फैक्ट्रियों से ऑक्सीजन लिया जाएगा। जिसके बाद उसे रिफाइन करने के बाद अस्पतालों में उपयोग किया जाएगा। प्रदेश में छत्तीसगढ़ के अलावा गुजरात और महाराष्ट्र से ऑक्सीजन की मांग पूरी होती रही है।

छत्तीसगढ़ में भी कोरोना के मरीज लगातार बढ़ रहे हैं। रायपुर में सबसे ज्यादा कोरोना संक्रमित मरीज मिले हैं। बीते 24 घंटे में राज्य में 869 नए कोरोना संक्रमित मरीज मिले हैं। अब छत्तीसगढ़ में कोरोना संक्रमितों की संख्या 18 हजार के पार हो गई है। कुल 18660 मरीज मिल चुके हैं। प्रदेश में एक्टिव मरीजों की संख्या 11126 है। 210 कोरोना संक्रमित मरीजों की मौत हो चुकी है। वहीं 7316 मरीज ठीक हो चुके हैं। अब देखना होगा की मध्यप्रदेश की मदद के लिए छत्तीसगढ़ सरकार कितना ऑक्सीजन उपलब्ध करवा पाती है क्योंकि मरीज बढ़ने के साथ ही यहां भी आक्सीजन की मांग बढ़ रही है।