Oxygen Crisis: एमपी में ऑक्सीजन की कमी से कोरोना मरीजों की मौत

Corona Updates: महाराष्ट्र सरकार ने ऑक्सीजन सप्लाई पर लगाई रोक, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज की महाराष्ट्र के सीएम उद्धव ठाकरे से बात

Updated: Sep 11, 2020, 12:45 AM IST

भोपाल। महाराष्ट्र सरकार ने अपने ज़रूरत बढ़ती देख कर दूसरे राज्यों के लिए ऑक्सीजन की सप्लाई करने से इंकार कर दिया है। इसके बाद मध्यप्रदेश में ऑक्सीजन की भारी किल्लत हो गई है। ऑक्सीजन नहीं होने से देवास, जबलपुर, ग्वालियर, शिवपुरी,इंदौर आदि जिलों में मंगलवार-बुधवार को कोरोना मरीज़ों के इलाज में दिक्कत आई। कांग्रेस ने कहा है कि देवास में ऑक्सीजन की कमी से एक दिन में तीन लोगों की मौत हुई है। सरकार पर लगे लापरवाहियों के आरोपों के बीच मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने महाराष्ट्र के सीएम उद्धव ठाकरे से बात की है। 

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मीडिया को बताया कि उन्होंने महाराष्ट्र के सीएम उद्धव ठाकरे से कहा है कि संकट के समय ऑक्सीजन की सप्लाई नहीं  रोकी जानी चाहिए। सीएम ठाकरे में मुझे आश्वस्त किया है। हमने वैकल्पिक व्यवस्था भी की है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने  कहा है कि कोविड मरीजों को ऑक्सीजन की कोई कमी नहीं होगी।

प्रदेश में ऑक्सीजन का संकट गहराने से प्रशासन और स्वास्थ्य महकमे में हड़कंप मच गया है। राजधानी भोपाल के कलेक्टर अविनाश लवानिया ने मेडिकल और इंडस्ट्री ऑक्सीजन सप्लायर्स के साथ बैठक कर सख्त निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा है कि जिले में आने वाली ऑक्सीजन की आपूर्ति अस्पतालों, मेडिकल कॉलेज व अन्य कोविड-19 अस्पतालों में की जाएगी। उन्होंने कहा है कि इंडस्ट्री के लिए तब ही ऑक्सीजन दी जाएगी जब मेडिकल सप्लाई पूर्ण हो जाएगी।

सरकारी लापरवाही जनता के लिए जानलेवा

मध्यप्रदेश में ऑक्सीजन की किल्लत को लेकर कांग्रेस ने कहा है कि प्रदेश में शिवराज सरकार की लापरवाही जनता के लिए जानलेवा साबित हो रही है। मध्यप्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता अजय सिंह यादव ने बयान जारी कर कहा कि पहले छतरपुर में ऑक्सीजन गैस की कमी की वजह से एक मरीज की एंबुलेंस में मौत हो गई थी। बुधवार 9 सितंबर को देवास में सरकार द्वारा अधिकृत कोविड-19 अस्पताल में कई घंटों तक ऑक्सीजन की कमी की वजह से 3 मरीजों की मौत हो गई। सरकार का लापरवाही पूर्ण बर्ताव प्रदेश की जनता के लिए जानलेवा होता जा रहा है।

एमपी को रोज चाहिए 150 टन ऑक्सीजन

प्रदेश में ऑक्सीजन की किल्लत के बीच महाराष्ट्र सरकार ने अन्य राज्यों के लिए ऑक्सीजन की सप्लाई पर रोक का सीधा असर एमपी में दिखा है। एमपी की मेडिकल ऑक्सीजन की सप्लाई करने वाली कंपनी आइनॉक्स के प्लांट महाराष्ट्र में ही लगे हैं। इसलिए महाराष्ट्र प्रशासन के इस फैसले के बाद मध्यप्रदेश में हड़कंप मच गया है। इसकी वजह प्रदेश में कोविड के 20 फ़ीसदी मरीजों का ऑक्सीजन सपोर्ट पर होना है। कोरोना इलाज के दौरान अस्पतालों में जुलाई में हर दिन 40 टन तो अगस्त में 90 टन ऑक्सीजन की पूर्ति हुई है। सितंबर में हर दिन 1500 से ज्यादा नए मामले सामने आ रहे हैं। ऐसे में ऑक्सीजन खपत 130 टन हुई है। सितंबर अंत और अक्टूबर मध्य तक प्रतिदिन की खपत 150 टन तक पहुंचने की संभावना है।