भोपाल। कन्फ़ेडरेशन ऑफ़ रियल एस्टेट डेवलपर्स एसोसिएशन ऑफ़ इंडिया के संविधान के अनुसार क्रेडाई-भोपाल के सदस्यों द्वारा पहली बार चुनावी प्रक्रिया से चुने गये 11 कार्यकारिणी सदस्यों ने उसी लोकतांत्रिक तरीके से अपने प्रेसिडेंट का मतदान से चुनाव किया। इसके अतिरिक्त सेक्रेटरी, ट्रेजरार और ज्वाइंट सेक्रेटरी का चयन भी चुनी गयी कार्यकारिणी द्वारा किया गया।

क्रेडाई कार्यालय में आयोजित नवनिर्वाचित कार्यकारिणी की बैठक में विधिवत मनोज मीक को बहुमत से अध्यक्ष चुना गया। इसके बाद अध्यक्ष सहित कार्यकारिणी ने अपने पदाधिकारियों का चयन किया। सुनील गुप्ता -सचिव, संजीव सिंह ठाकुर -कोषाध्यक्ष एवं नीरज मेकर -संयुक्त सचिव चुने गये। वहीं, अजय शर्मा, विपिन गोयल, समीर सबरवाल, जयंत भंडारी, दिनेश गोयल, शिवनव प्रधान और नमन अग्रवाल बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स में शामिल रहेंगे।

शेष कार्यकारिणी सदस्यों का मनोनयन और उपाध्यक्षों की नियुक्ति 17 अगस्त तक की जाएगी तथा पदभार ग्रहण समारोह 23 अगस्त को संपन्न होगा। बता दें कि मनोज मीक क्रेडाई की स्थापना काल से ही पदाधिकारी के तौर पर लगातार काम करते रहे हैं। हाल ही में उन्हें क्रेडाई मध्यप्रदेश का उपाध्यक्ष नियुक्त किया गया था। हालांकि, एक व्यक्ति एक पद के सिद्धांत पर मीक ने राज्य के उपाध्यक्ष का पद त्याग दिया है। 

मनोज मीक रियल स्टेट डेवलपमेंट के शुरुआती दौर के मशहूर डेवलपर हैं। भोपाल शहर के लिए उनकी चिंता और अपनापन सुर्खियों में रहती है।।राजधानी के विकास के लिए दोनों प्रमुख राजनीतिक पार्टियों ने उनके प्रगतिशील मुद्दों को हमेशा प्राथमिकता से लिया है। मनोज मीक दशकों से अर्बन एक्सीलेंस पर काम करते रहे हैं, शहरी विकास पर उनके शोधपूर्ण लेख और किताबें लोकप्रिय हैं। डेटा साइंस और अत्याधुनिक आर्टिफ़िशियल इंटेलिजेंस पर उनकी मज़बूत पकड़ है।

कन्फेडरेशन ऑफ रियल एस्टेट डेवलपर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (क्रेडाई) भारत में निजी रियल एस्टेट डेवलपर्स का शीर्ष निकाय है, जिसकी स्थापना 1999 में की गई थी। क्रेडाई 21 राज्यों में 230 सिटी चैप्टर्स के माध्यम से 13,000 से अधिक डेवलपर्स का प्रतिनिधित्व करता है। यह संगठन विभिन्न मंत्रालयों और विभागों के साथ मिलकर रियल एस्टेट उद्योग को संगठित और प्रगतिशील बनाने का प्रयास करता है। क्रेडाई, सरकार के साथ एक मान्यता प्राप्त भागीदार के रूप में काम करता है और नीति निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।

ये होगा रोडमैप

1. प्रोग्रेसिव केपिटल सिटीज के मुक़ाबले हम बहुत पिछड़ गये हैं राजधानी के विकास के साथ हुए अन्याय को न्याय दिलाने की ओर भोपाल वासियों के साथ मिलकर काम करेंगे।
2. भोपाल को त्रासदी के शहर के बजाय नैसर्गिक, एतिहासिक और भौगोलिक खूबियों वाले आकर्षक शहर की छवि बनाने का सकारात्मक अभियान चलायेंगे।
3. मांग बनाए रखने के लिए एंप्लॉयमेंट ओरिएंटेड इंडस्ट्रीज़ एवं सर्विसेज को आकर्षित करने का काम करना आवश्यक होगा।
4. ईज़ ऑफ़ डूइंग बिज़नेस को धरातल पर आसान बनाने और भारी टेक्स, टैरिफ़, फीस, ड्यूटी आदि को संतुलित करने के लिए ‘मार्जिन की बजाय टर्नओवर’ के सिद्धांत से अधिक राजस्व संग्रह संबंधी विमर्श पर सरकार से संवाद करेंगे।
5. राजधानी की सभी इंडस्ट्री और व्यापारी एसोसिएशन्स के साथ मिलकर शहर के साझा हितों के लिए काम करेंगे।
6. हमारे माननीय मुख्यमंत्री और विभागीय मंत्री जी बड़े शहरी क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते हैं वे निश्चित ही शहरों की समस्याओं और समाधान को बेहतर समझते हैं। क्रेडाई सरकार के साथ नीति निर्धारण और विकास के लिए सार्थक सहयोग करोगी।