भोपाल। प्रदेश में जल्द ही 27 सीटों पर उपचुनाव होने हैं। इन्हीं चुनावों के परिणाम यह तय करेंगे कि आखिर सत्ता के शिखर पर कौन काबिज़ होगा? ऐसे में प्रदेश की बीजेपी सरकार ने कॉलेज में पढ़ने वाले विद्यार्थियों को वोटर में तब्दील करने की कवायद शुरू कर दी है। इस सत्र कॉलेज में प्रवेश लेने वाले विद्यार्थियों के पास वोटर बनने का भी विकल्प रहेगा।    

दरअसल विद्यार्थियों को इस सत्र प्रवेश लेने के समय ही फॉर्म-6 भरने के लिए कहा जाएगा,जिससे छात्र खुद को मतदाता के तौर पर पंजीकृत करा सकें तथा छात्रों के मतदाता परिचय पत्र यानी वोटर कार्ड बनाया जा सके। इसके साथ ही स्कूल में पढ़ने वाले ऐसे छात्र जिनकी उम्र 16 से 18 वर्ष है, उन्हें भी इस हेतु प्रेरित करने की योजना है।     

राज्य सरकार उपचुनावों में ज़्यादा से ज़्यादा युवाओं को जोड़ना चाहती है। ताकि आने वाले चुनावों में बीजेपी को फायदा मिल सके। ज़ाहिर है, एक तरफ जहाँ कांग्रेस किसानों की कर्ज़ माफ़ी में देरी, दलितों पर हो रहे अत्याचार, बढ़ती महंगाई और अतिथि शिक्षकों की लगातार हो रही उपेक्षा को लेकर बीजेपी पर हमलावर है तो ज़्यादा से ज़्यादा युवाओं और फर्स्ट टाइम वोटरों को अपने पाले में कर बीजेपी आगामी उपचुनाव में इसका फायदा चाहती है।   

बुज़ुर्ग वोटर कैसे करेंगे वोट ? 
आगामी उपचुनावों में बुजुर्ग नागरिकों के लिए पोस्टल बैलट के माध्यम से वोट करने की सुविधा होगी। 80 वर्ष की उम्र पार कर चुके नागरिकों तथा दिव्यांगों के लिए कोरोना महामारी को दृष्टिगत रखते हुए पोस्टल बैलट के माध्यम से ही वोट देने की सुविधा प्रदान की जाएगी?