नई दिल्ली। बीजेपी आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने न्यूज वेबसाइट ‘द वायर’ के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई है। दिल्ली पुलिस में मुकदमा दर्ज कराते हुए मालवीय ने द वायर के एडिटोरियल टीम पर गंभीर आरोप लगाए हैं।मालवीय की शिकायत के आधार पर दिल्ली पुलिस ने ‘द वायर’ के संस्थापक सिद्धार्थ वरदराजन समेत उनकी टीम के अन्य सदस्यों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है।

अमित मालवीय ने अपनी शिकायत में आरोप लगाया है कि 'द वायर' ने उनकी प्रतिष्ठा को धूमिल करने के लिए फर्जी रिपोर्ट तैयार की। अमित के मुताबिक न्यूज रिपोर्ट में कहा गया था कि मैंने विशेषाधिकारों का प्रयोग करके एक पोस्ट META से हटवाई है। मालवीय ने पुलिस से 'द वायर' के संस्थापक संपादक सिद्धार्थ वरदराजन, सिद्धार्थ भाटिया, एमके वेणु और उप संपादक जाह्नवी सेन के खिलाफ 'धोखाधड़ी, जालसाजी, प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचाने' के लिए FIR दर्ज करने की बात कही है।

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दरअसल, यह पूरा विवाद 6 अक्टूबर से शुरू हुई जब द वायर ने अपने एक रिपोर्ट में दावा किया गया कि मेटा (फेसबुक और इंस्टाग्राम ग्रुप) ने एक इंस्टाग्राम पोस्ट को एक निजी अकाउंट 'क्रिंगअरचिविस्ट' (Cringearchivist) द्वारा अपलोड किए जाने के कुछ ही मिनटों के भीतर हटा दिया था। रिपोर्ट में दावा किया गया है कि अमित मालवीय ने मेटा के स्वामित्व वाले इंस्टाग्राम से अपने विशेषाधिकारों का इस्तेमाल करते हुए पोस्ट हटवाई है।

इस रिपोर्ट की प्रामाणिकता पर सवाल उठाए जा रहे थे। द वायर के सूत्रों की विश्वसनीयता पर भी सवाल उठाए गए थे। न्यूज वेबसाइट शुरू में अपनी रिपोर्ट पर कायम रही। संपादक सिद्धार्थ वरदराजन ने कहा कि ये रिपोर्ट कई मेटा सोर्स के हवाले से आई है। सोर्स कंफर्म हैं, जिन्हें हम जानते हैं, मिले हैं और सत्यापित हैं। इसके बाद 11 अक्टूबर 2022 को मेटा के कम्युनिकेशन हेड एंडी स्टोन ने एक स्पष्ट खंडन जारी किया और कहा- 'द वायर' की रिपोर्ट में पेश किए गए दस्तावेज 'मनगढ़ंत' थे। बाद में 'द वायर' ने भी अपनी रिपोर्ट को वापस लिया और माफी भी मांगी।