नई दिल्ली। संसद के दोनों सदनों में पहलगाम आतंकी हमले पर चर्चा के बाद आमजनों से जुड़ी अन्य महत्वपूर्ण मुद्दों पर बहस हो रही है। इसी बीच भाजपा सांसद रवि किशन ने समोसे को लेकर चिंता जताई है। रवि किशन ने संसद में समोसे के साइज और रेट में अंतर का मुद्दा उठाया और केंद्र सरकार से मांग करते हुए कहा कि देश में समोसे का रेट और साइज एक होनी चाहिए।
एक्टर से सांसद बने रवि किशन ने कहा कि एक जगह समोसे का साइज छोटा होता है, तो दूसरी जगह बड़ा होता और अलग-अलग जगहों पर दामों में भी काफी अंतर होता है। उन्होंने केंद्र सरकार से देश भर के होटलों, रेस्टोरेंट और ढाबों में बिकने वाले खाने-पीने की चीज़ों की कीमतों को नियंत्रित करने के लिए एक कानून बनाने का आग्रह किया।
रवि किशन ने उदाहरण देते हुए कहा कि सड़क किनारे ढाबे पर एक समोसे की एक कीमत होती है और होटल में बिल्कुल अलग होती है। यहां तक कि उसका समोसे का साइज भी अलग-अलग होता है। इसी तरह, दाल तड़का कहीं ₹100 में, कहीं ₹120 में और कुछ होटलों में ₹1,000 तक में मिलता है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कई क्षेत्रों में सुधार लाए हैं, लेकिन खाद्य दुकानों में कीमतों को तय करने का सिस्टम अभी भी रेगुलेटेड नहीं है। इसलिए, मैं मांग करता हूं कि सरकार एक कानून लाए ताकि ग्राहकों को खाना किफायती दामों पर मिल सके।
रवि किशन ने एक्स पर एक पोस्ट में भी इस संबंध में लिखा है कि, 'देशभर के होटल और ढाबों में मिलने वाले भोजन की मात्रा का मानक तय हो। होटलों के मेन्यू कार्ड में सिर्फ कीमत लिखी होती है, मात्रा नहीं। इससे ग्राहकों को भ्रम होता है और भोजन का वेस्टेज भी होता है। मेरी मांग है कि कानून तय करे कि मेन्यू में कीमत के साथ-साथ खाद्य पदार्थ की मात्रा भी लिखी हो। खाना किस तेल या घी में बना है, इसकी जानकारी भी दी जाए। ग्राहक का अधिकार है कि वह जाने कि वह कितनी मात्रा के लिए कितना भुगतान कर रहा है।'