नई दिल्ली। आज से संसद के बजट सत्र का दूसरा चरण शुरू हो रहा है। लेकिन सत्र के शुरू होने से पहले ही राजनीतिक दल इस सत्र की अवधि को कटौती करने पर विचार कर रहे हैं। सत्र की अवधि में कटौती करने का प्रमुख कारण विभिन्न राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव हैं। संसद के बजट सत्र का पहला चरण 29 जनवरी से शुरू होकर 28 फरवरी को खत्म हुआ था। 

दरअसल 27 मार्च से 29 अप्रैल के बीच चुनाव होने हैं। लेकिन संसद का बजट सत्र 8 अप्रैल तक प्रस्तावित है। तमिलनाडु, केरल, असम और पश्चिम बंगाल के साथ साथ पुदुच्चेरी में चुनाव होने हैं। यही वजह है कि चुनावी मैदान में प्रचार करने में राजनेताओं को सहूलियत मिलने की आकांक्षा के फलस्वरूप सत्र की अवधि में कटौती करने पर विचार किया जा रहा है। मीडिया में आ रही खबरों के मुताबिक संसद के इस सत्र में दो हफ्तों की कटौती की जा सकती है। 

हालांकि इस सत्र में बीजेपी शासित केंद्र सरकार वित्त विधेयक के साथ साथ कई अन्य ज़रूरी विधेयकों को पारित करने का मन बना रखा है। ऐसे में सरकार जल्द से जल्द तमाम विधेयकों को पारित करा कर संसद के सत्र को समाप्त करना चाहेगी। ताकि उसके फ्रायड ब्रांड नेता प्रचार में जा सके।