नई दिल्ली। हेट स्पीच मामले में तमाम शिकायतों के बाद चुनाव आयोग ने आखिरकार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ जांच शुरू कर दी है। कांग्रेस और मार्क्सवादी कांग्रेस पार्टी (माकपा) ने पीएम के बयान को लेकर चुनाव आयोग का दरवाजा खटखटाया था। 

चुनाव आयोग के सूत्रों के मुताबिक, पीएम के बयान को लेकर दर्ज शिकायतों पर विचार किया जा रहा है। पीएम के इस बयान के खिलाफ कांग्रेस और CPI-M ने चुनाव आयोग में अलग-अलग शिकायतें दर्ज कराई थीं। कांग्रेस ने इलेक्शन कमीशन से अपील की थी कि पीएम मोदी के ‘संपत्ति का बंटवारा’ वाले बयान पर एक्शन लें। कांग्रेस ने इस बयान को विभाजनकारी, दुर्भावना से भरा और समुदाय विशेष को टारगेट करने वाला बताया था।

वहीं, CPI(M) के जनरल सेक्रेटरी सीताराम येचुरी ने भी एक पोस्ट में इलेक्शन कमीशन से अपील की थी कि इस शिकायत पर ध्यान दें और पीएम मोदी और भाजपा के खिलाफ एक्शन लें। उन्होंने इस मामले में FIR दर्ज की जाने की भी मांग की थी।

बता दें कि राजस्थान के बांसवाड़ा में रविवार को पीएम मोदी ने सांप्रदायिक टिपण्णी करते हुए कहा था कि अगर कांग्रेस की सरकार बनेगी तो हरेक की प्रॉपर्टी का सर्वे किया जाएगा। हमारी बहनों के पास सोना कितना है, इसकी जांच की जाएंगी। चांदी का हिसाब लगाया जाएगा। इस मामले में राजनीतिक दलों के अलावा सिविल सोसायटी के लोग पीएम मोदी के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहे थे।