मुंबई। एस्सार ग्रुप के को-फाउंडर शशि रुइया का मंगलवार (25 नवंबर, 2024) को निधन हो गया। उन्होंने 80 वर्ष की उम्र में आखिरी सांस ली। दिग्गज कारोबारी रुइया के निधन से भारतीय उद्योग जगत में शोक की लहर दौड़ गई है।

जानकारी के अनुसार मंगलवार दोपहर 1 बजे से 3 बजे तक शशि रुइया का पार्थिव शरीर रुइया हाउस में रखा जाएगा। अंतिम यात्रा रुइया हाउस से शाम 4 बजे हिंदू वर्ली श्मशान के लिए निकलेगी।

रुइया के निधन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शोक व्यक्त किया है। उन्हें कहा कि उद्योग जगत में वे एक महान हस्ती थे। उनके दूरदर्शी नेतृत्व और उत्कृष्टता के प्रति अटूट प्रतिबद्धता ने भारत के व्यापार परिदृश्य को बदल दिया। 

मोदी ने एक्स पर लिखा, 'उन्होंने इनोवेशन और विकास के लिए उच्च मानक भी स्थापित किए। वह हमेशा विचारों से भरे रहते थे और हमेशा इस बात पर चर्चा करते थे कि हम अपने देश को कैसे बेहतर बना सकते हैं।'

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने उनके निधन पर शोक व्यक्त करते हुए लिखा कि शशि रुइया के दुखद निधन के बारे में सुनकर बहुत दुख हुआ। वह एक ऐसे अरबपति थे, जिनमें असाधारण विनम्रता और शिष्टाचार था। उनके परिवार के प्रति मेरी हार्दिक संवेदनाएँ। ईश्वर उनकी आत्मा को शांति प्रदान करें।

शशि रुइया ने 1965 में अपने पिता नंद किशोर रुइया के मार्गदर्शन में अपना करियर शुरू किया था। सन 1969 में शशि ने अपने भाई रवि रुइया के साथ मिलकर एस्सार ग्रुप की स्थापना की थी। कंपनी ने चेन्नई पोर्ट में एक आउटर ब्रेकवाटर के निर्माण के साथ अपने ऑपरेशन शुरू किए थे।

Essar कंपनी की ऑफिशियल वेबसाइट के अनुसार कंपनी का बिजनेस 50 से ज्यादा देशों में फैला हुआ है। कंपनी एनर्जी, मेटल एंड माइनिंग, इन्फ्रास्ट्रक्चर, टेक्नोलॉजी और सर्विसेज के सेक्टर में काम करती है। शशि रुइया को बिजनेस इंडिया बिजनेसमैन ऑफ द ईयर अवार्ड 2010 से भी सम्मानित किया गया था।